
मौसम विभाग ने राज्य में 30 जुलाई के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट किया जारी
देहरादून:(Dehradun) उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने कई स्थानों पर अपना कहर बरपाया है। बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से यहां का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश और भूस्खलन से पहाड़ के धंसने का खतरा बना हुआ है। प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 254 सड़कें बंद हैं। राज्य में 30 जुलाई के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बुधवार सुबह की शुरुआत देहरादून सहित प्रदेश के कई स्थानों पर झमाझम वर्षा के साथ हुई। रुक-रुक हल्की और मध्यम गति से बारिश का क्रम देर शाम तक जारी रहा। लगातार हो रही वर्षा से नदी नाले उफान पर हैं। वर्षा के चलते बंद सड़कों से लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग बंद सड़कों को खोलने के लिए 240 जेसीबी मशीनों का उपयोग कर रही है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में 27 जुलाई को दो जिले बागेश्वर, नैनीताल के लिए ऑरेंज अलर्ट और शेष 11 जिलों के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। राज्य में 28 जुलाई के लिए चमोली, बागेश्वर, नैनीताल के लिए ऑरेंज और बाकी जिले के लिए येलो अलर्ट है। 29 जुलाई के लिए पौड़ी गढ़वाल, चंपावत और नैनीताल, उधमसिंह नगर जिले में ऑरेंज और अन्य जिलों में येलो अलर्ट का प्रभाव बना रहेगा। राज्य में 30 जुलाई को सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए शासन की ओर से आपदा विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।
राज्य आपदा परिचालन केन्द्र से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 02 राष्ट्रीय राजमार्ग, 14 राज्य मार्ग सहित कुल 254 सड़कें बंद हैं। उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-94 ) डाबरकोट एवं झरझर गाड के समीप मलबा व बोल्डर लगातार आने के कारण यातायात बाधित है। चमोली जिले में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) कमेड़ा के पास 100 मीटर रोड वॉशआउट होने के कारण बंद है। नंदप्रयाग ढंगणी, पागलनाला में मलवा आने से बंद मार्ग को सुचारू किया जा रहा है।
कर्णप्रयाग-गैरसैण राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-109) कालीमाटी के पास वॉशआउट होने से यातायात बंद था। छोटे वाहनों के लिए खोले जाने की कार्यवाही की जा रही है। जोशीमठ-मलारी बॉर्डर रोड जुम्मा के पास वॉसआउट से बंद मार्ग पर पैदल आवागमन के लिए पैदल पुल का निर्माण कर दिया गया है।
देहरादून जिले में 04 राज्यमार्ग सहित 52 सड़कें और हरिद्वार जिले में एक राज्य मार्ग सहित 05 सड़कें बंद होने के साथ 29 सेतु क्षतिग्रस्त है। उत्तरकाशी में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 34 सड़कें, टिहरी जिले में एक राज्य मार्ग सहित कुल 17 और चमोली जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 36 अन्य सड़कें, अल्मोड़ा में 02 ग्रामीण मोटर मार्ग, नैनीताल में एक राज्य मार्ग सहित 04 अन्य सड़कें बंद हैं। रुद्रप्रयाग जिले में 02 राज्यमार्ग सहित 32 मार्ग, बागेश्वर में 20, चंपावत में 01 मार्ग बाधित है। पौड़ी जिले में 02 राज्यमार्ग सहित 28 मार्ग प्रभावित हैं। पिथौरागढ़ में 18 ग्रामीण मार्ग बाधित है। प्रदेश में बंद सभी सड़कों को खोलने का कार्य जारी है।