अररिया:(Araria) फारबिसगंज प्रोफेसर कॉलोनी स्थित स्व० डाॅ० विद्या नारायण ठाकुर के निवास स्थान ”विमलालय” के प्रांगण मे डाॅ० विद्या बाबू की 90 वीं जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। समारोह की अध्यक्षता संवदिया के प्रधान संपादक मांगन मिश्र ”मार्त्तण्ड” एवं संचालन अरविन्द ठाकुर ने किया। सर्वप्रथम डाॅ० ठाकुर की तस्वीर पर उपस्थित साहित्यकार एवं साहित्यप्रेमियों के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पण के बाद दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इसके बाद बालिका मानवी चौधरी के सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात् चर्चित शायर हशमत सिद्धीकी एवं आशु कवि विजय बंसल ने विद्या बाबू के व्यक्तिव पर कविता पाठ किया।
इसके बाद उपस्थित साहित्यकार हेमन्त यादव ”शशि”, हर्ष नारायण दास, हरि शंकर झा, अभिताभ पाण्डे, सुरेन्द्र प्रसाद मण्डल, विनोद कुमार तिवारी, हरि नंदन मेहता, शिव नारायण चौधरी, सुनील दास ने विद्या बाबू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
वक्ताओं ने बताया कि डाॅ० ठाकुर हिन्दी एवं मैथिली के विद्वान प्राध्यापक थे। फारबिसगंज कॉलेज, फारबिसगंज में इन्होंने हिन्दी एवं मैथिली विभागाध्यक्ष के रूप में कार्य किया एवं यही से सेवानिवृत हुए। 15 फरवरी 2011 को इनका निधन हो गया। उनकी दो पुस्तकें ”वीणा के तार” और ”झूठ भी सच बोलता है”,प्रकाशित है। अंत में सभाध्यक्ष श्री मार्त्तण्ड ने डाॅ० ठाकुर की कविताओं का रोचक विश्लेषण किया। कार्यक्रम के मध्य में विद्या नारायण ठाकुर स्मृति मंच द्वारा इंद्रधनुष साहित्य परिषद के संस्थापक सचिव विनोद कुमार तिवारी को उनके उल्लेखनीय साहित्यिक गतिविधियों के लिए विद्या नारायण ठाकुर स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।