
थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने योग को दैनिक आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित किया
नई दिल्ली:(New Delhi) भारतीय सेना और नौसेना ने बुधवार को नौवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया। सेना ने देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में योग सत्र आयोजित करके ‘भारतमाला’ बनाई। थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में शामिल होकर योग को दैनिक आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। नौसेना ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए सभी स्टेशनों, इकाइयों और जहाजों पर योग सत्रों का आयोजन किया।
देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में योग का आयोजन करने के लिए बनाई गई ‘भारतमाला’ का एक सिरा डोंग के पूर्वी छोर से शुरू हुआ, जहां सूर्य की पहली किरणें भारत में पड़ती हैं। ‘भारतमाला’ का दूसरा सिरा पश्चिम क्षेत्र में राजस्थान के लोंगेवाला के रेत के टीलों तक गया, जहां 1971 का भीषण युद्ध हुआ था। इसी प्रकार सियाचिन की बर्फ से लदी चोटियों से कन्याकुमारी के दक्षिणी सिरे और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तक ‘भारतमाला’ बनाई गई। सैनिकों के परिवारों और स्थानीय लोगों को भी योग गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल किया गया।
थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। सेना प्रमुख की भागीदारी ने सभी को योग को दैनिक आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मिशन क्षेत्रों और विदेशों में तैनात भारतीय सेना की टुकड़ियों के माध्यम से अफ्रीकी देशों में भी आउटरीच का आयोजन किया गया। सैनिकों की तैनाती के स्थान की परवाह किए बिना भारतीय सेना योग प्रोटोकॉल को अपनी दैनिक गतिविधियों का हिस्सा बनाने में हमेशा सबसे आगे रही है। भारतीय सेना ने दूर दराज के सीमावर्ती क्षेत्रों में योग का प्रसार करने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया।
पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) ने सभी स्टेशनों, इकाइयों और जहाजों पर योग सत्रों का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 13 हजार से अधिक नौसेना कर्मियों, रक्षा सुरक्षा कोर, रक्षा नागरिकों और उनके परिवार के सदस्यों ने भाग लिया। पूर्वी समुद्र तट के पार तैनात पूर्वी नौसेना कमान के जहाजों ने भी समुद्र और पूर्वी तट पर विभिन्न बंदरगाहों पर योग किया। नौसेना के जहाज आईएनएस किल्टन ने चट्टोग्राम (बांग्लादेश), आईएनएस चेन्नई ने सफागा (मिस्र), आईएनएस शिवालिक ने जकार्ता (इंडोनेशिया), आईएनएस सुनयना ने मोम्बासा (केन्या), आईएनएस त्रिशूल ने तोमासिना (मेडागास्कर), आईएनएस तरकश ने मस्कट (ओमान), आईएनएस वागीर ने कोलंबो (श्रीलंका), आईएनएस सुमित्रा ने फुकेत (थाईलैंड) और आईएनएस ब्रह्मपुत्र ने दुबई (यूएई) में योग और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश दिया।