नई दिल्ली: देश भर में पूरे उत्साह और विशेष पूजा के साथ गुरुवार को रामनवमी मनाई गई, लेकिन मध्यप्रदेश के इंदौर में हवन के दौरान एक हादसे में 35 लोगों की मौत हो गई, और राजस्थान में करंट लगने से तीन लोगों ने दम तोड़ दिया. इस दौरान पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं. दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस के आदेश की अवहेलना करते हुए जुलूस निकाला. जहांगीरपुरी में पिछले साल हनुमान जयंती के दौरान दंगे हुए थे. वहीं गुजरात के वडोदरा में भी दो स्थानों पर पथराव की घटनाएं हुईं.
पश्चिम बंगाल में मनाई गई रामनवमी
पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में रामनवमी की शोभा यात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा हो गई, जिसमें कई वाहनों को आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने कहा कि घटना के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पश्चिम बंगाल में अन्य स्थानों पर ढोलों की थाप और ‘जय श्रीराम’ के जयघोष के साथ रामनवमी का उत्सव मनाया गया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं की अगुवाई में शोभा यात्राएं निकाली गईं.
रामनवमी की शोभायात्रा निकाली गई
हावड़ा, खड़गपुर, बैरकपुर, भद्रेश्वर, सिलीगुड़ी और आसनसोल में निकाली गई शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया. इन शोभायात्राओं में ढोल, भगवा ध्वज और भगवान राम के चित्र वाले बड़े-बड़े कटआउट प्रमुखता से दिखाई दिए. इनमें भाग लेने वालों में से कुछ तलवार और त्रिशूल भी लिए हुए थे.
हावड़ा के रामराजातला में ऐसी ही एक रैली में शामिल भाजपा नेता सजल घोष ने इस संबंध में कहा कि उस समय बुराई के खिलाफ ऐसे हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत थी. कोलकाता के पार्षद घोष ने कहा, भगवान राम ने राक्षसों को मारने के लिए हथियारों का इस्तेमाल किया था. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने रामराजतला स्थित 300 साल पुराने राम मंदिर में पूजा-अर्चना की.
राजस्थान में करंट लगने से 3 लोगों की मौत
राजस्थान के कोटा जिले के एक गांव में रामनवमी समारोह के दौरान करतब करते समय करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) गजेंद्र सिंह ने कहा कि जश्न उस समय मातम में तब्दील हो गया, जब करतब कर रहे सात लोगों ने स्टील के चक्र को उतारने के लिए एक मानव पिरामिड बनाया और वे हाई टेंशन तार की चपेट में आ गए, जिसके बाद उन्हें बिजली का जोदार झटका लग गया. उन्होंने कहा कि घटना कोटा जिले के कोतरादित गांव में शाम करीब पौने पांच बजे हुई.
पुलिस ने कहा कि मृतकों की पहचान 24 वर्षीय अभिषेक, 40 वर्षीय महेंद्र यादव और 25 वर्षीय ललित प्रजापत के रूप में हुई है. सभी बड़ौदा गांव के निवासी हैं.
औरंगाबाद में दो गुटों में झड़प
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक राम मंदिर के पास दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद जब पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, तो करीब 500 लोगों की भीड़ ने पथराव किया. इस घटना में 10 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 12 लोग घायल हो गए. अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को जिले के किराडपुरा इलाके में हुई, जहां एक प्रसिद्ध राम मंदिर है.
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और कुछ प्लास्टिक की गोलियां चलाईं. आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आठ टीम का गठन किया गया है.
अयोध्या में श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में लगाई डुबकी
राम नगरी अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सुबह सरयू नदी में पवित्र डुबकी लगाई और बाद में कनक भवन, हनुमानगढ़ी और नागेश्वरनाथ सहित सभी प्रमुख मंदिरों के दर्शन किए. हिंदू पंचांग के ‘चैत्र’ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाए जाने वाले भगवान राम के ‘जन्मोत्सव’ का स्वागत करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ मौजूद रही.
अयोध्या में सुबह-सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ रामनवमी पर्व की शुरुआत हुई. माना जाता है कि दोपहर के समय जब भगवान राम का जन्म हुआ था, अयोध्या के सभी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई थी.
वडोदरा में रामनवमी जुलूस पर पथराव
गुजरात के वडोदरा शहर में रामनवमी के दो जुलूसों पर पथराव किया गया, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए. पहली घटना फतेहपुरा इलाके में हुई, वहीं दूसरी घटना पास के कुंभरवाड़ा में हुई. पुलिस ने कहा कि फतेहपुरा की घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन कुंभरवाड़ा में भीड़ द्वारा किए गए पथराव में कुछ लोग घायल हो गए.
इस बीच, चुनावी राज्य कर्नाटक, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सहित देश के विभिन्न प्रदेशों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से भी लोगों ने उत्साहपूर्वक रामनवमी मनाया.