Wednesday, November 12, 2025
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योगी आदित्यनाथ का संदेश: “राष्ट्र से बड़ा कोई मत, मजहब या जाति नहीं” — वंदे मातरम विरोधियों को पहचानने की अपील

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राष्ट्रीय एकता यात्रा के शुभारंभ अवसर पर राष्ट्रवाद और एकता का सशक्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी मत, मजहब या जाति राष्ट्र से बड़ा नहीं हो सकता। राष्ट्र सर्वोपरि है और वंदे मातरम का विरोध राष्ट्रीय एकता की सबसे बड़ी बाधा है। मुख्यमंत्री ने जनता से ऐसे चेहरों को पहचानने की अपील की जो सरकारी योजनाओं का लाभ तो उठाते हैं, लेकिन वंदे मातरम गाने से इनकार करते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वंदे मातरम भारत माता की वंदना है और इसका विरोध करने वाले वस्तुतः भारत माता का विरोध कर रहे हैं। योगी ने गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा स्वरबद्ध वंदे मातरम को स्वतंत्रता संग्राम का प्रेरक गीत बताते हुए कहा कि यह नए भारत की राष्ट्रीयता की भावना का प्रतीक है, और इसका विरोध राष्ट्रविरोधी मानसिकता को दर्शाता है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती समारोह के अंतर्गत 1,734 करोड़ रुपये की 254 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और प्रमाण-पत्र भी वितरित किए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक है। सरदार पटेल की 150वीं जयंती, वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और आगामी महाकुंभ का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या यात्रा पर आएंगे। मुख्यमंत्री ने अंग्रेज़ों की “फूट डालो और राज करो” नीति पर प्रहार करते हुए कहा कि ब्रिटिश शासन कभी भारत की एकता नहीं चाहता था। उन्होंने सरदार पटेल के योगदान को याद किया, जिन्होंने 563 रियासतों का भारत में विलय कर राष्ट्रीय अखंडता की नींव रखी। योगी ने बताया कि जूनागढ़ के नवाब और हैदराबाद के निजाम द्वारा विलय से इनकार पर सरदार पटेल ने सख्त रुख अपनाया और अंततः उन्हें झुकना पड़ा। अपने संबोधन में योगी आदित्यनाथ ने कुछ तथाकथित सेक्युलर नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोहम्मदाबाद के नवाब, जो मुस्लिम लीग के कोषाध्यक्ष थे, पाकिस्तान के लिए धन जुटाते थे और बाद में पाकिस्तान भाग गए। ऐसी संपत्तियां ‘शत्रु संपत्ति’ हैं और उन पर भारत सरकार व भारतीय नागरिकों का ही अधिकार है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्र की एकता को देश की “आन, बान और शान” बताया और कहा कि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वंदे मातरम स्वतंत्रता संग्राम का “अमृत मंत्र” था, जिसे गाते हुए क्रांतिकारी फांसी पर चढ़ जाते थे। योगी ने कहा कि देश विदेशी आक्रमणकारियों का गुलाम इसलिए बना क्योंकि भारतीय आपस में बंटे रहे। उन्होंने लोगों से इतिहास से प्रेरणा लेकर राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा- इतिहास आत्मावलोकन का अवसर देता है। हमें अतीत की भूलों से सबक लेकर भविष्य को सशक्त बनाना होगा।

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