
मुंबई। राज्य के विकास में महिलाओं की भागीदारी को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने महिलाओं के सशक्तीकरण और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए तेज गति से कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने मंत्रालय के कमरा नं. १०३ में महिला एवं बाल विकास विभाग का कार्यभार संभालने के बाद विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव अनूप कुमार यादव, महिला एवं बाल विकास आयुक्त प्रशांत नारनवारे, एकीकृत बाल विकास योजना आयुक्त कैलाश पगारे, और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री अदिति तटकरे ने घोषणा की कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए ‘प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना’ और ‘प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना’ को लागू करने की मंजूरी दी गई है। इस योजना में ६०प्रतिशत केंद्र सरकार और ४० प्रतिशत राज्य सरकार की हिस्सेदारी होगी।
पात्र आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बीमा कवरेज प्रदान किया जाएगा।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए पदोन्नति प्रक्रिया
मंत्री ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मुख्य कार्यकर्ता के पद पर चयन और नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी। यह प्रक्रिया सामान्य प्रशासन विभाग से फीडबैक लेने के बाद प्रारंभ की जाएगी। मंत्री तटकरे ने गंभीर कुपोषण को दूर करने के लिए शहरी बाल विकास केंद्र स्थापित करने की योजना की घोषणा की।
यह केंद्र शहरी क्षेत्रों में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए काम करेंगे। यह पहल ग्रामीण बाल विकास केंद्रों की तर्ज पर शुरू की जाएगी। मंत्री ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए विभाग तेजी से योजनाओं को क्रियान्वित करेगा। साथ ही, एकीकृत बाल विकास सेवा योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यक्रमों की समीक्षा कर उन्हें और प्रभावी बनाया जाएगा।
सशक्त महिला, सशक्त राज्य
मंत्री तटकरे ने स्पष्ट किया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और बच्चों को स्वस्थ भविष्य प्रदान करने के लिए योजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण और बाल विकास के माध्यम से राज्य की प्रगति को नई दिशा दी जाएगी।