वरिष्ठ लेखक- जीतेंद्र पांडेय
महाराष्ट्र के नाशिक पुलिस को इनपुट मिला है कि जिस तरह राजीव गांधी को बम से चिथड़े उड़ाकर मारा गया था, उसी तरह राहुल गांधी को भी भारत जोड़ों न्याय यात्रा में मार दिया जाएगा। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यूपी एमपी और महाराष्ट्र पुलिस को कथित रूप से राहुल गांधी की सुरक्षा चाक चौबंद करने का आदेश दिया गया है। साथ ही 24 अकबर रोड दिल्ली जहां सोनिया गांधी का आवास है के पास सादे कपड़ों में सुरक्षा कर्मी रहेंगे। याद हो कि राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी को बम विस्फोट कर मार दिया गया था और दादी इंदिरा गांधी की भी उनके सुरक्षा कर्मी द्वारा गोलियों से छलनी कर दिया गया था इसके पूर्व महात्मा गांधी को भी नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
दरअसल ये सारी घटनाएं नफरत के बाजार में मोहब्बत बेचने के कारण हुई थी। कौन हैं वे जो राहुल गांधी को भी रास्ते से हटा देना चाहते हैं? पीएम मोदी के मन में नेहरू गांधी परिवार के प्रति इतनी अधिक नफरत है कि वे हमेशा ही इस परिवार पर गलत आरोप लगाते और कोसते रहते हैं। नाशिक पुलिस को राहुल गांधी की हत्या करने की धमकी मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने मामले की जांच करने का जिम्मा कथित रूप से दिल्ली और महाराष्ट्र पुलिस को भेजा है जो पुलिस बीजेपी सत्ता के अधीन है। सवाल उठता है कि आखिर क्यों यह जानने के बाद कि गांधी नेहरू परिवार के दो दो प्रधानमंत्रियों ने बलिदान दिए हैं तो सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मिली एसपीजी सुरक्षा हटा ली गई? क्या इसलिए कि मोदी को इनसे नफरत है? बीजेपी सरकार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और धूर्त बाबा को सुरक्षा दे सकती है लेकिन नेहरू गांधी परिवार को नहीं। यहां जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और मोदी सरकार के तथ्य उजागर करने वाले सत्यपाल मलिक के जीवन से खिलवाड़ इसलिए कर सकती है कि उन्होंने देश को चेताया था, चुनाव आते आते वे कुछ भी कर सकते हैं। क्या यह चेतावनी कुछ भी कर सकते हैं राहुल गांधी की हत्या की धमकी से तो नहीं है जिसका उदाहरण कर्नाटक राज्य के बेंगलुरु में एक रेस्त्रां के पास कार में रखे विस्फोट जिसमें कई लोगों की मृत्यु और चार सौ लोगों के घायल होने से तो नहीं है? राहुल गांधी अभी मध्यप्रदेश में हैं। वहां से महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई भी जाना है लेकिन न्याय यात्रा नाशिक नहीं जाएगी। राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा अब सिर्फ और सिर्फ बीजेपी की डबल इंजन वाली सरकारों के राज्यों यानी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में ही जानी है। इसलिए बीजेपी के ऊपर ही सारी जिम्मेदारियां हैं कि वह राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था में कहीं भी तनिक सी चूक न होने दे। राहुल गांधी सिर्फ कांग्रेस के बड़े नेता ही नहीं हैं। यदि उन पर हमला होता है तो यह देश पर हमला माना जाएगा। राहुल गांधी खुली जीप में चल रहे। आम नागरिकों से मिल रहे। वे इसी बीच यात्रा रोककर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी जाकर दो लेक्चर भी दे आए।तब मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से मध्यप्रदेश में घुसे। ग्वालियर में उनका भाषण आदित्य सिंधिया जरूर सुने होंगे।इतना तय है कि राहुल गांधी डरने वाले व्यक्ति नहीं हैं। याद हो कि उन्होंने कश्मीर में स्टेडियम में फौजियों और महारिकों को संबोधित करते हुए कहा था, बलिदानी है मेरा परिवार। मैंने अपनी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की शहादत देखी है। आप शहीद परिवारों पर क्या बितती है अच्छी तरह अनुभव कर चुके हैं। मेरी सफेद शर्ट भले ही लाल हो जाए लेकिन मै नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दूकान खोलता रहूंगा। राहुल गांधी की जिंदगी पर खतरे को देखते हुए सरकार पुनर्विचार कर राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा तुरंत बहाल करे। बीजेपी और मोदी को याद रखना होगा कि यदि राहुल गांधी को कुछ हुआ तो वे दुनिया में किसी को मुंह दिखाने काबिल नहीं रहेंगे।