
सुनील चिंचोलकर
बिलासपुर, छत्तीसगढ़। इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरप्रेन्योरशिप डेवलेपमेंट के तत्वावधान में विश्वास सोशल वेलफेयर सोसाइटी में एक दिवसीय मैनेजमेंट वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवक-युवतियों और महिलाओं ने भाग लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को उद्यमिता विकास एवं व्यवसाय प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना था। कार्यक्रम में एमएसएमई (माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को बताया कि किस प्रकार एक व्यक्ति अपने कौशल और संसाधनों का उपयोग करके स्वयं का उद्यम शुरू कर सकता है और उसे आगे बढ़ा सकता है। उद्यमिता को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक सरकारी योजनाओं और वित्तीय सहायता के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर नाबार्ड बिलासपुर के उप महाप्रबंधक अशोक साहू विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि व्यापार को संगठित ढंग से आगे बढ़ाने के लिए उचित योजना, वित्तीय अनुशासन और बाजार की समझ जरूरी है। वहीं एसबीआई से पधारे दिव्येंद्र कुमार हाटी ने प्रतिभागियों को मुद्रा लोन की प्रक्रिया और उसके प्रबंधन के बारे में उपयोगी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छोटे उद्यमियों के लिए यह योजना किस प्रकार सहायक सिद्ध हो सकती है। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने मैनेजमेंट प्रोग्राम से प्राप्त ज्ञान को अत्यंत उपयोगी बताते हुए आयोजकों का आभार व्यक्त किया। संस्था की ओर से अध्यक्ष मिंटू अरोरा, उपाध्यक्ष मनस्यू अरोरा, सचिव संध्या चंद्रसेन, मनीषा सैमुएल, अभिषेक जोशी, सोनाक्षी चतुर्वेदी और ओमकार बघेल की उपस्थिति रही। कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और प्रतिभागियों ने इसे आत्मविकास की दिशा में प्रेरणादायक बताया।




