
मुंबई। विलेपार्ले (पश्चिम) में 16 सितंबर को एक नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में सेंट्रल पुलिस ने 10 दिन तक चले गहन सर्च ऑपरेशन के बाद 20 वर्षीय युवक को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता और सीसीटीवी फुटेज की बारीक जांच से संभव हुई। पुलिस के अनुसार, 16 सितंबर की रात करीब 9:20 बजे कक्षा 10वीं की छात्रा घर का सामान लेकर लौट रही थी। तभी एक अज्ञात युवक अचानक पीछे से आया, उसके हाथ से सामान छीन लिया, आंखों पर हाथ रखकर उसके सीने पर गलत तरीके से हाथ लगाया और मौके से भाग निकला। घबराई हुई पीड़िता ने घर पहुंचते ही अपनी मां को घटना की जानकारी दी। परिजनों ने तुरंत सांताक्रूज़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने के बाद, भारतीय न्याय संहिता (BNS) और बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (POCSO), 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया। एपीआई तुषार सावंत और वरिष्ठ पीआई संजय कलहटकर की अगुवाई में एक विशेष जांच टीम बनाई गई। टीम ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपी की साफ तस्वीरें हासिल कीं। जांच में सामने आया कि आरोपी जुहू के नेहरू नगर इलाके में अक्सर आता-जाता था। स्थानीय मुखबिरों की मदद से पुलिस ने संदिग्ध की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी।
गिरफ्तारी और आरोपी की पहचान
26 सितंबर को पुलिस ने नेहरू नगर (जुहू) से आरोपी को दबोच लिया। उसकी पहचान पप्पू जगिल नायक (20) के रूप में हुई, जो मजदूरी करता था और विले पारले (पश्चिम) में रहता था। मूल रूप से ओडिशा के गंजम जिले का निवासी नायक ने पूछताछ में अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर पॉक्सो अधिनियम और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया। आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। जांच अतिरिक्त पुलिस आयुक्त परमजीत सिंह दहिया, डीसीपी दीक्षित गेडाम (जोन-9), एसीपी मारुति पंडित और वरिष्ठ पीआई योगेश शिंदे की निगरानी में चल रही है। इस मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम में नितिन केनी, अभिषेक कारले, श्रीनिवास चिला, मारुति गावडे, नरेंद्र हीरेमाथ, मनोज पाटिल, प्रसाद यादव, तेजेश माने और आनंद दीवानजी शामिल थे। जुहू पुलिस स्टेशन के एपीआई अभिषेक पाटिल ने भी विशेष सहयोग किया। अधिकारियों ने बताया कि यह जांच की जा रही है कि आरोपी पहले भी इसी तरह की घटनाओं में शामिल था या नहीं



