मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सचिन वाजे की एंट्री ने प्रदेश की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वाजे ने दावा किया है कि अनिल देशमुख अपने पीए के माध्यम से रिश्वत लेते थे और उनके पास इसके सबूत भी हैं। हालांकि विपक्षी दलों के महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने इस आरोप को सिरे खारिज कर दिया है। शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की नेता सुषमा अंधारे ने कहा कि इसके पीछे डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का हाथ है। उन्होंने कहा कि मुझे सचिन वाज़े के आरोप का समय बहुत मजेदार लगता है। जिस तरह से अनिल देशमुख पिछले 15 दिनों में लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, उससे ऐसे ही बयान की अपेक्षा हो सकती है।
सचिन वाजे ने क्या किया दावा?
पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाज़े ने दावा किया कि जो भी वसूली होती थी वो अनिल देशमुख के पीए के जरिए होती थी। उन्होंने कहा कि मैंने देवेंद्र फडणवीस को पत्र भी लिखा था। सारे सबूत भी दिए हैं। सीबीआई के पास सारे सबूत है। मैं नारको टेस्ट के लिए भी तैयार हूं। वाजे ने दावा किया कि उसमे जयंत पाटिल का भी नाम है।
सत्ता से महाविकास अघाड़ी के सवाल
सचिन वाजे के इस आरोप के बाद संजय राऊत सामने आए। उन्होंने पुणे में बयान दिया कि सचिन वाजे कौन है? आरोपी है कहा है? साबरमती जेल में है और तपस्या कर रहा है। संजय राउत ने कहा कि हार टालने के लिए भाजपा ऐसे लोगों को आगे कर रही है। संजय राउत ने ये भी कहा कि अनिल देशमुख ने कुछ खुलासे किए फडणवीस को लेकर, उस पर उन्हें जवाब देना चाहिए था। उन्होंने सवाल उठाया कि एंटीलिया केस का आरोपी कहां है? पुलिस कमिश्नर को तो क्लीन चिट दे दिया। भाजपा चुनाव के लिए ऐसेस हथकंडे का सहारा ले रही है। वही एनसीपी प्रवक्ता शरद गुट ने भी आरोप लगाया कि अनिल देशमुख की जांच में कुछ निकला नहीं और अब अनिल देशमुख जो खुलासे कर रहे हैं इसलिए वाज़े को आगे किया जा रहा है।
महायुति ने भी किया पलटवार
महायुति के नेता भी खुलकर सामने आ गए हैं। बीजेपी नेता राम कदम ने कहा, सचिन वाजे की बातें सुनकर राजेश खन्ना के गाने ‘सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से…’ की याद आती है। देवेंद्र फडणवीस की सच्चाई आखिरकार सामने आ ही गई। शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि अब एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि महाविकास अघाड़ी वास्तव में ‘महावसूली अघाड़ी’ है। सचिन वाजे के आरोपों ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। महाविकास अघाड़ी और महायुति के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वाजे के दावों ने चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है, जिससे आने वाले दिनों में और अधिक विवाद होने की संभावना है।