
मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता अनिल देसाई पार्टी कोष से 50 करोड़ रुपये निकाले जाने के आरोप की प्रारंभिक जांच के सिलसिले में मंगलवार को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के समक्ष पेश हुए। एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के एक पदाधिकारी ने इस संबंध में एक शिकायत दर्ज कराईओ है। शिकायत के अनुसार, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) ने निर्वाचन आयोग द्वारा शिंदे गुट को असली शिवसेना घोषित करने के बाद भी पार्टी के कोष से कथित तौर पर 50 करोड़ रुपये निकाले। ईओडब्ल्यू ने पार्टी के कोष से पैसे निकालने में कथित धोखाधड़ी और जालसाजी की जांच शुरू कर दी और और इस मामले में देसाई को समन भेजा था। शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से देसाई सुबह करीब 10.45 बजे दक्षिण मुंबई स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय में ईओडब्ल्यू अधिकारियों के समक्ष पेश हुए। देसाई ने ईओडब्ल्यू कार्यालय में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों के सवालों पर कहा, ‘‘हमारी पार्टी को लेकर एक शिकायत की गयी है और उन्होंने प्रारंभिक जांच के लिए मुझे बुलाया है। शिंदे गुट के विद्रोह के बाद शिवसेना जून 2022 में दो धड़ों में विभाजित हो गयी थी, जिससे ठाकरे-नीत तत्कालीन महाराष्ट्र सरकार गिर गयी थी। निर्वाचन आयोग ने फरवरी 2023 में शिंदे की अगुवाई वाले गुट को असली शिवसेना घोषित किया था।