
बीड। बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों को 25 दिन की तलाश के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इन गिरफ्तारियों को सीआईडी और एसआईटी की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया है।
मुख्य आरोपी पर पुलिस का फोकस
पुलिस ने बताया कि शुरुआत में इस हत्याकांड के मामले में चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें विष्णु चाते, जयराम चाते, प्रतीक घुले और महेश केदार शामिल थे। फरार आरोपियों में सुदर्शन चंद्रभान घुले, कृष्ण शामराव अंधाले, और सुधीर ज्ञानोबा सांगले का नाम शामिल था।
पुणे से हुई गिरफ्तारियां
पुलिस की सतर्कता और निरंतर प्रयासों के चलते सुदर्शन घुले और सुधीर सांगले को पुणे से गिरफ्तार किया गया। सुदर्शन घुले को इस मामले का मुख्य आरोपी माना जा रहा है। हालांकि, कृष्ण अंधाले अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
सीआईडी और एसआईटी की कड़ी जांच
सीआईडी और एसआईटी की टीमों ने सुदर्शन घुले की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी और उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की। पुलिस ने इस मामले में जनता से भी सहयोग मांगा था और आरोपियों की जानकारी के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी।
संतोष देशमुख हत्याकांड
मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया था। पुलिस ने इस केस को गंभीरता से लिया और जांच में तेजी लाते हुए अब तक कुल छह गिरफ्तारियां की हैं। मामले के तीसरे फरार आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए टीमें सक्रिय हैं।
जांच जारी, न्याय का इंतजार
यह मामला न्याय के लिए पुलिस और प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है। फरार आरोपी कृष्ण अंधाले की गिरफ्तारी के साथ ही पूरे मामले की तस्वीर और साफ हो सकेगी।