
बीड। भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे काफी समय से महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चाओं से गायब हैं। अब एक बयान में उनका दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तो उनके नाम की चर्चा शुरू हो जाती है, लेकिन अब राज्य में तीन पार्टियों की सरकार होने की वजह से उनके लिए कोई निर्वाचन क्षेत्र बचा ही नहीं है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहीं पंकजा मुडे रविवार को अपने गृह जिले बीड के दौरे पर पहुंची थी। इस दौरान उनसे पूछा गया कि राज्यसभा के लिए उनके नाम की चर्चा है। इसके जवाब में पंकजा मुंडे ने कहा ‘बीते पांच वर्षों से हर चुनाव में मेरे नाम की चर्चा होती है। लोगों को लगता है कि वे किसी पद के इंतजार में हैं, इसलिए स्वभाविक है कि लोग मेरा नाम लेंगे।’ मुंडे ने कहा कि ‘अब राज्य में तीन पार्टियों की गठबंधन सरकार है, ऐसे में मेरे लिए कोई निर्वाचन क्षेत्र अब बचा ही नहीं है।’
चचेरे भाई धनंजय मुंडे से 2019 का चुनाव हारी थीं पंकजा मुंडे
महाराष्ट्र में अभी एकनाथ शिंदे की शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की एनसीपी की गठबंधन सरकार है। पंकजा मुंडे महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं और देवेंद्र फडणवीस की सरकार में मंत्री भी रहीं थी। हालांकि 2019 के विधानसभा चुनाव में पंकजा मुंडे को उनके चचेरे भाई और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने हरा दिया था। उसके बाद से पंकजा मुंडे सत्ता के गलियारों से दूर हैं। धनंजय मुंडे फिलहाल महाराष्ट्र सरकार में कृषि मंत्री हैं। पंकजा मुंडे से जब पूछा गया कि क्या वे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी या राज्यसभा जाएंगी तो उन्होंने कहा कि अब ये चुनाव करने में बहुत देर हो गई है। उन्होंने कहा कि उनके लिए सबसे ज्यादा अहम ये बात है कि बीड में उनके समर्थक क्या सोचते हैं और वे उन्हें कहां देखना चाहते हैं।