
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सभी प्रबंधन और माध्यमों के स्कूलों के लिए ‘मुख्यमंत्री माझी शाला सुंदर शाला’ अभियान के तीसरे चरण को मंजूरी दे दी है। यह अभियान 3 नवंबर से 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इस वर्ष अभियान में कुछ नई पहलों को शामिल किया गया है और विजेता स्कूलों को कुल 72 करोड़ 22 लाख रुपये पुरस्कार राशि के रूप में वितरित किए जाएंगे। स्कूलों को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है: (क) सरकारी और स्थानीय निकायों के स्कूल और (ख) अन्य सभी प्रबंधन के स्कूल। प्रत्येक श्रेणी के लिए विजेता का चयन अलग-अलग स्तरों पर किया जाएगा। यह अभियान बृहन्मुंबई नगर निगम क्षेत्र, वर्ग ‘अ’ और वर्ग ‘ब’ नगर निगम क्षेत्रों तथा शेष महाराष्ट्र में लागू होगा। इस पहल का उद्देश्य शैक्षिक गुणवत्ता के साथ-साथ स्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण और खेल जैसे क्षेत्रों में जागरूकता पैदा करना, विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देना और स्कूल प्रशासन को सरकार के नीतिगत लक्ष्यों के अनुरूप सुदृढ़ बनाना है। अभियान की तैयारी 24 अक्टूबर से 2 नवंबर 2025 तक होगी। औपचारिक शुभारंभ 3 नवंबर को किया जाएगा और अभियान 31 दिसंबर 2025 को समाप्त होगा। मूल्यांकन प्रक्रिया 1 जनवरी 2026 से 7 फरवरी 2026 तक चलेगी, उसके बाद राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा। शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन कुल 200 अंकों के आधार पर किया जाएगा। इसमें बुनियादी ढाँचे के लिए 38 अंक, सरकारी लक्ष्यों और नीतियों के कार्यान्वयन के लिए 101 अंक और शैक्षणिक उपलब्धि के लिए 61 अंक शामिल होंगे।
बृहन्मुंबई नगर निगम क्षेत्र में मूल्यांकन समिति का नेतृत्व कोंकण संभागीय शिक्षा उपनिदेशक करेंगे। वर्ग ‘अ’ और ‘ब’ नगर निगम क्षेत्रों में तालुका स्तर पर मूल्यांकन समिति का नेतृत्व समूह संसाधन केंद्र समन्वयक करेंगे। शेष महाराष्ट्र में तालुका स्तर पर समिति का नेतृत्व पंचायत समिति के समूह विकास अधिकारी करेंगे। जिला स्तर पर समिति के प्रमुख जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी होंगे, संभाग स्तर पर संबंधित संभागीय शिक्षा उपनिदेशक, और राज्य स्तर पर स्कूल शिक्षा आयुक्त होंगे। तालुका स्तर पर प्रथम पुरस्कार 3 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार 2 लाख रुपये और तृतीय पुरस्कार 1 लाख रुपये होगा। जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार 11 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार 5 लाख रुपये और तृतीय पुरस्कार 3 लाख रुपये रहेगा। संभाग स्तरीय प्रथम पुरस्कार 21 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार 15 लाख रुपये और तृतीय पुरस्कार 11 लाख रुपये होगा। राज्य स्तरीय पुरस्कारों में, प्रथम पुरस्कार 51 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार 31 लाख रुपये और तृतीय पुरस्कार 21 लाख रुपये होंगे। कुल पुरस्कार राशि 72 करोड़ 22 लाख रुपये निर्धारित की गई है। इस वर्ष के अभियान में पिछले वर्ष के चरण-एक या चरण-दो में प्राप्त अंकों या उससे कम अंक वाले स्कूलों को पुरस्कार के लिए विचार नहीं किया जाएगा। यदि कोई स्कूल पिछले वर्ष के स्तर से बेहतर प्रदर्शन करता है, तो उसे वर्ष 2025-26 के मानदंडों के अनुसार पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार राशि का उपयोग संबंधित विद्यालय अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार कर सकता है।