मुंबई। लोकसभा चुनाव की तेजी में कई नेताओं ने एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी हैं। इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। आज कांग्रेस के प्रदेश सचिव नितिन कोडवते ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया और कुछ ही देर बाद बीजेपी ज्वाइन कर ली। विदर्भ के बड़े नेता नितीन कोडवते और उनकी पत्नी चंदा कोडवते ने कांग्रेस छोड़ने के बाद आज ही बीजेपी में शामिल हो गए। यानी आम चुनाव से पहले बीजेपी ने एक बार फिर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। डॉ. नितिन कोडवते और उनकी पत्नी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए। गुरुवार को ही कांग्रेस ने महाराष्ट्र से सात उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। नितिन गढ़चिरौली-चिमूर सीट से टिकट चाहते थे। लेकिन कांग्रेस ने उन्हें यहां से उम्मीदवार घोषित नहीं किया। कहा जा रहा है कि इससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया।
ढाई महीने में छह बड़े झटके!
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव का आगाज 19 अप्रैल को विदर्भ से होगा। जिसके चलते चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है। लेकिन पिछले कुछ समय से कांग्रेस को लगातार नेताओं के पार्टी छोड़ने के झटके मिल रहे हैं। कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोच चव्हाण अब बीजेपी में है। वहीँ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए। इसके बाद बाबा सिद्दीकी अजित पवार की एनसीपी में चले गए। हाल ही में कांग्रेस के मराठवाडा के बड़े नेता बसवराज पाटिल भी बीजेपी में चले गए। कांग्रेस के वफादार माने जाने वाले पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बसवराज पाटिल ने अचानक पार्टी को अलविदा कह दिया। लिंगायत समुदाय के नेता बसवराज के जाने से लातूर में कांग्रेस की कमर टूट गई। इसके बाद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के महाराष्ट्र में पहुंचने के बाद कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा। महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पद्माकर वलवी ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का कमल उठा लिया। पूर्व मंत्री पद्माकर वलवी की नंदुरबार में अच्छी पकड़ मानी जाती है। वहीँ, आज नितिन कोडवते भी कांग्रेस छोड़कर चले गए।