
गढ़चिरौली। गढ़चिरौली जिले के एटापल्ली तालुका में राज्य सरकार की पहल और कॉर्पोरेट फाउंडेशन की वित्तीय सहायता से BAIF (बायफ) संस्था द्वारा एकीकृत आजीविका विकास परियोजना प्रभावी रूप से कार्यान्वित की जा रही है, जिसका उद्देश्य स्थानीय रोजगार के अवसरों का विस्तार करना, टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना, और ग्रामीण समुदाय के जीवन स्तर में व्यापक सुधार लाना है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस परियोजना को गढ़चिरौली जैसे पिछड़े क्षेत्र के लिए परिवर्तनकारी बताते हुए कहा कि यह पहल न केवल नागरिकों की आय बढ़ाने में सहायक होगी, बल्कि सामाजिक और आर्थिक समावेशिता को भी सशक्त बनाएगी। एसबीआई फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित यह योजना 1 अप्रैल 2025 से तीन वर्षों तक एटापल्ली तालुका के 20 गांवों में चरणबद्ध रूप से लागू की जा रही है। इस परियोजना में जलवायु-लचीली कृषि प्रणाली, बोडी आधारित अंतर्देशीय मत्स्य पालन, महिला उद्यमिता, जल एवं मृदा संरक्षण, स्वच्छता और पोषण जैसे विविध घटकों को समाविष्ट किया गया है। अब तक 500 परिवारों का पंजीकरण किया गया है और 15 बोडी (प्राकृतिक जलाशयों) की सफाई पूरी हो चुकी है, जिससे कृषि के लिए जल भंडारण क्षमता में वृद्धि हुई है। बोडी आधारित मॉडल के तहत मछली पालन, मुर्गी पालन और कृषि को एकीकृत किया गया है, जिससे ग्रामीणों को बहुस्तरीय आय के स्रोत प्राप्त हो रहे हैं। यह परियोजना वर्ष 2027-28 तक सहभागी परिवारों की आय को दोगुना करने, सामूहिक क्रय-विक्रय प्रणाली को स्थापित करने और स्वास्थ्य व पोषण स्तर को सुधारने का लक्ष्य लेकर चल रही है। मुख्यमंत्री फडणवीस के विशेष अनुगमन और स्थानीय सहभागिता से यह परियोजना गढ़चिरौली जिले में ग्रामीण पुनरुत्थान का एक प्रेरक उदाहरण बनकर उभर रही है।