
Independent Journalist- indra Yadav
हरियाणा के पचगांव गांव में रविवार रात को जो तमाशा हुआ, उसने साबित कर दिया कि हमारे यहां शादी से पहले का डांस प्रोग्राम कोई छोटा-मोटा इवेंट नहीं, बल्कि WWE का देसी रॉयल रंबल है, जहां रिंग की जगह स्टेज है और रेसलर की जगह आती है “बिल्ली” डांसर !स्टेज पर हमारी बहादुर बिल्ली जी नाच रही थीं। नाचते-नाचते एक नशे में टल्ली “ठरकी टाइगर” स्टेज पर चढ़ आया। पहले तो उसने सोचा कि बिल्ली तो वैसे भी पालतू जानवर होती है, दुत्कार दो तो पूंछ हिला के चली जाती है। उसने हाथ बढ़ाया, कमर पकड़ने की कोशिश की। बिल्ली जी ने सोचा ,भाई साहब, हम डांस करते हैं, डांसिंग कैट हैं, लेकिन पालतू बिल्ली नहीं। बस फिर क्या था, बिल्ली जी ने एक जोरदार “म्याऊं-थप्पड़” जड़ दिया। अब तक तो ठीक था, लेकिन हमारे ठरकी टाइगर को अपनी मर्दानगी पर गहरा आघात लगा। वो भड़क गया। बोला, “अरे तू बिल्ली है या शेरनी? मेरे गाल पर हाथ उठाएगी?” और फिर शुरू हो गया ताबड़तोड़ थप्पड़ों का सत्र। एक, दो, तीन… गिनती भूल गए। लग रहा था जैसे कोई पंचिंग बैग पर प्रैक्टिस कर रहा हो। बेचारी बिल्ली जी के गाल लाल हो गए, जैसे होली से एक दिन पहले ही कोई रंग डाल गया हो। भीड़ देखती रही, कोई बोला “मारो स्साले को”, कोई बोला “मारो बिल्ली को”, बाकी सब वीडियो बना रहे थे कि चलो कंटेंट मिल गया। आखिरकार कुछ समझदार लड़कों ने बिल्ली जी को गोद में उठाया और वहां से भगा दिया। नहीं तो पता नहीं आज सुबह हमें खबर मिलती – “बारात में बिल्ली की बलि, दूल्हा भाई खुश”। अब सोशल मीडिया पर महासंग्राम छिड़ गया है। एक तरफ हमारे देसी फेमिनिस्ट भाई लोग लिख रहे हैं “बिल्ली ने सही किया, अपनी इज्जत बचाई। ब्रावो बहन!” दूसरी तरफ हमारे “मर्द को घंटा दर्द” वाले भाई लोग लिख रहे हैं – “अरे औरत है, चुपचाप सह लेती तो क्या जाता? नाचने आई है तो थोड़ी छेड़छाड़ तो बनती है बॉस!”कुछ ज्ञानी टाइप लोग तो बीच का रास्ता निकाल लाए ,“दोनों गलत हैं। नाचना ही नहीं चाहिए था, नशा भी नहीं करना चाहिए था। दोनों घर बैठकर रामायण पढ़ें।”सबसे मजेदार कमेंट आया एक बुजुर्ग अंकल क ! “हमारे जमाने में तो ऑर्केस्ट्रा में सिर्फ मेल सिंगर आते थे, तब कोई थप्पड़-वप्पड़ नहीं चलता था। ये लड़कियां स्टेज पर क्या-क्या करने लगीं!”बिल्ली जी ने आखिर में वीडियो डालकर अपील की है , “भाइयों, अब मुझे ट्रोल मत करो। मुझे अपनी बहन-बेटी समझो।” लोग कमेंट कर रहे हैं , “हां बहन जी, बिलकुल अपनी बहन जैसी लग रही हो… बिल्ली वाली बहन!”
पुलिस वाले तो वैसे भी हरियाणा में सिर्फ ट्रैफिक चलाने और VIP ड्यूटी करने आते हैं। कोई शिकायत नहीं, कोई FIR नहीं। सब शांत। गांव वाले कह रहे हैं, “कोई बात नहीं, शादी हो गई ना, दूल्हा-दुल्हन खुश हैं, बाकी सब तो माया है। इंद्र यादव जी का कहना है कि शादी में डांस प्रोग्राम करवाना है तो स्टेज के चारों तरफ कांटेदार तार लगवाओ। अगर नशा करके स्टेज पर चढ़ना ही है तो पहले हेलमेट पहन लो, बिल्ली के पंजे बहुत नुकीले होते हैं। और हां, अगली बार “बिल्ली” की जगह “शेरनी डांसर” बुक करना, कम से कम नाम से ही डर लगे! जय हो देसी शादियों की, जहां हर रात कुछ नया ड्रामा, कुछ नया वायरल वीडियो और कुछ नई बहस जरूर पैदा होती है!




