
ठाणे। कोविड-19 महामारी से मिले सबक को ध्यान में रखते हुए, ठाणे नगर निगम ने केंद्र सरकार की योजना के तहत एक मेट्रोपॉलिटन सर्विलांस यूनिट (SSU) सेंटर स्थापित किया है। यह जिला-स्तरीय सेंटर 2 अक्टूबर से औपचारिक रूप से काम शुरू करेगा और भविष्य में फैलने वाली बीमारियों का पता लगाने, ट्रैक करने और नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाएगा। यह यूनिट बीमारियों की उत्पत्ति, उनके प्रकार और तुरंत रोकथाम के उपायों की पहचान करेगी। नगर निगम की देखरेख में संचालित यह सेंटर पूरे जिले को कवर करेगा। अधिकारियों के मुताबिक, इस पहल से ठाणे और आसपास का क्षेत्र संभावित स्वास्थ्य आपात स्थितियों के लिए अधिक तैयार रहेगा। कोविड-19 संकट के दौरान इलाज और सिस्टम की कमी से हुई जनहानि को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार देशभर के जिलों में ऐसे SSU स्थापित कर रही है। ठाणे में यह सेंटर माजीवाड़ा स्थित एक पांच मंजिला इमारत में बनाया गया है, जो पहले कोविड-19 के बाद का सेंटर था। अब इसे रोग निगरानी केंद्र में बदला गया है और यह पहले फ्लोर से काम करना शुरू करेगा। SSU में खाद्य और जल परीक्षण, जीवाणु विज्ञान, विषाणु विज्ञान और कीट विज्ञान के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ होंगी। इसके अलावा, बायो-सेफ्टी लेबोरेटरी (कैटेगरी-2) का इंफ्रास्ट्रक्चर, सौर ऊर्जा प्रणाली, अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र और अग्निशमन सुरक्षा जैसे आधुनिक तंत्र भी शामिल किए जा रहे हैं। कर्मचारियों की नियुक्ति पहले ही पूरी कर ली गई है। 11 और 12 सितंबर को आयोजित इंटरव्यू के बाद 17 विशेषज्ञ और तकनीकी पदों को भरा गया है, जिनमें वरिष्ठ जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, सूक्ष्म जीव विज्ञानी, पशु चिकित्सा विशेषज्ञ, कीट विज्ञानी, खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञ, अनुसंधान सहायक, डेटा विश्लेषक और डेटा प्रबंधक शामिल हैं। ठाणे नगर निगम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रसाद पाटिल ने कहा कि SSU जिले की स्वास्थ्य तैयारियों को मजबूती देगा। यह केंद्र केंद्र सरकार के वित्तीय सहयोग से चलेगा, जबकि प्रबंधन नगर निगम के जिम्मे रहेगा। ठाणे के निवासियों के लिए यह सुविधा आश्वस्त करती है कि अब शहर आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ स्टाफ की मदद से किसी भी संभावित महामारी या बीमारी से बेहतर तरीके से निपटने के लिए तैयार है।