
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के बेटे और एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी को जान से मारने की धमकी देने और 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने के मामले में मुंबई पुलिस और इंटरपोल को बड़ी सफलता मिली है। धमकी देने के आरोपी मोहम्मद दिलशाद मोहम्मद नौवेद को त्रिनिदाद और टोबैगो से गिरफ्तार कर भारत लाया गया है। आरोपी मूलतः बिहार के दरभंगा का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, दिलशाद ने अप्रैल महीने में खुद को अंडरवर्ल्ड डी-कंपनी का सदस्य बताते हुए जीशान को लगातार तीन दिनों (19, 20 और 21 अप्रैल) तक ईमेल भेजे, जिसमें उन्होंने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और फिरौती की मांग की। ईमेल में यह भी दावा किया गया कि अगर फिरौती नहीं दी गई तो जीशान की हत्या की जाएगी, जैसे उनके पिता बाबा सिद्दीकी के साथ करने की बात कही गई थी। इस गंभीर धमकी के बाद जीशान सिद्दीकी ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल सुरक्षा बढ़ाई और अज्ञात शख्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। 23 अप्रैल को मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। जांच में सामने आया कि आरोपी देश से बाहर भाग चुका है, जिसके बाद 28 अप्रैल को उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया और फिर इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस निकाला गया।
इस अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई के तहत इंटरपोल की मदद से आरोपी को त्रिनिदाद और टोबैगो में गिरफ्तार किया गया और लंबी प्रक्रिया के बाद भारत प्रत्यर्पित कर मुंबई लाया गया। अब आरोपी से क्राइम ब्रांच की विशेष टीम पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि उसने आर्थिक लाभ के लिए यह आपराधिक साजिश रची थी।