
नई दिल्ली। सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में पुराने महाराष्ट्र सदन में अधिकारियों और कर्मचारियों को भ्रष्टाचार उन्मूलन की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के संदेशों का वाचन किया गया। कार्यक्रम में आवासीय आयुक्त एवं सचिव आर. विमला, आवासीय आयुक्त (निवेश) सुशील गायकवाड़, सहायक आवासीय आयुक्त नितिन शेंडे, स्मिता शेलार, महाराष्ट्र परिचय केंद्र की पी.डी. निदेशक मनीषा पिंगले सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। शपथ ग्रहण के दौरान यह संकल्प लिया गया कि सभी कार्य ईमानदारी, पारदर्शिता और निष्ठा के साथ किए जाएंगे। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने संदेश में कहा कि भ्रष्टाचार देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रगति में गंभीर बाधा उत्पन्न करता है। उन्होंने नागरिकों और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों को भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनिवार्य बताया। राज्यपाल ने विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में सतर्कता और पारदर्शिता की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संदेश में कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी सोच को जीवन और कार्यप्रणाली में उतारना आवश्यक है। उन्होंने सभी से ईमानदार आचरण अपनाने और सुशासन को मजबूत बनाने का आग्रह किया। सतर्कता जागरूकता सप्ताह 27 अक्टूबर से 2 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है तथा इस वर्ष इसकी थीम ‘सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी’ निर्धारित की गई है।




