
पुणे। एनसीपी शरदचंद्र पवार की सांसद सुप्रिया सुले ने दावा किया है कि बारामाती लोकसभा सीट पर उनके और उनकी भाभी सुनेत्रा पवार के बीच जो चुनावी मुकाबला हो रहा है, वह एनसीपी संस्थापक शरद पवार को राजनीतिक रूप से खत्म करने की बीजेपी की चाल है। रविवार को सुप्रिया सुले ने दावा कि लोकसभा चुनावों की वजह से उनके परिवार में जो एक आंतरिक द्वंद्व की स्थिति पैदा हुई है, उससे सुनेत्र पवार के प्रति उनका सम्मान कम नहीं होगा, क्योंकि वो ‘उनके बड़े भाई की पत्नी हैं और मां की जैसी हैं। एनसीपी ने शनिवार को बारामती की सीट से राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को उम्मीदवार बनाया है, जिससे पवार परिवार की गढ़ मानी जाने वाली इस सीट का मुकाबला बेहद हाई-प्रोफाइल हो गया है। यहां शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले अपने पिता की पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर चौथी बार चुनाव मैदान में हैं।
गंदी राजनीति कर रही बीजेपी
सुप्रिया सुले ने दावा किया, ‘यह सिर्फ पवार साहब को खत्म करने की लड़ाई है। बारामती में सात मई को तीसरे चरण में मतदान होना है। सुले ने महाराष्ट्र और उनके पारिवारिक मामलों में बीजेपी के ‘गंदी राजनीति’ में शामिल होने पर दुख जाहिर किया है। सुले ने कहा, ‘जो बीत गया उसे बीत जाने दो, लेकिन मेरे लिए मेरी भाभी, जिन्हें हम मराठी में ‘वाहिनी’ कहते हैं, मां के पद पर रहेंगी और उनके प्रति मेरा सम्मान पहले जैसा ही रहेगा।
पहले सुले की जीत सुनिश्चित करते थे अजित पवार
बारामती विधानसभा के विधायक होने के नाते पिछले तीन लोकसभा चुनावों से अजित पवार ने अपनी बहन सुप्रिया सुले की जीत सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई है। लेकिन, इस बार उनकी पत्नी ही यहां से सुले के खिलाफ मैदान में उतर गई हैं। अब 83 वर्षीय बुजुर्ग पवार को अपनी सियासी प्रतिष्ठा बचाने की जिम्मेदारी फिर से खुद के कंधों पर आ गई है और उन्होंने क्षेत्र का दौरान करना भी शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल से 20 मई के बीच पांच चरणों में मतदान होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी।