
मुंबई। खाद्य एवं औषधि प्रशासन नकली दवा बेचने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर रहा है। विभाग के औषधि निरीक्षक नियमित निरीक्षण भी कर रहे हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री धर्मरावबाबा आत्राम ने विधान परिषद को बताया कि इसकी मासिक समीक्षा की जा रही है। मंत्री अत्राम खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपये की नकली दवा जब्त किये जाने के संबंध में सदस्य भाई गिरकर द्वारा उठाये गये सवाल पर बोल रहे थे। मे. हेट्रो हेल्थकेअर लि. हैद्राबाद, तेलंगणा के निर्माता का इंजेक्शन, समूह क्र. CIZUMAB 400 (BB2311A) के नकली स्टॉक की बाजार में बिक्री होने की गोपनीय जानकारी जनवरी 2024 में प्राप्त हुई थी। तदनुसार, खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा नकली दवाओं की जांच की गई। इस जांच में औषधि की 3 शीशियां मे. लाईफक्युरा फार्मा, चेंबूर पूर्व, मुंबई से प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 2 शीशियां अनौपचारिक रूप से परीक्षण के लिए शासकीय विश्लेषक, औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला, मुंबई को भेजी गईं। इसके अलावा, 1 शीशी की तुलना उत्पादक द्वारा उत्पादन के समय रखे गए नियंत्रण नमूने से की गई, तो मे. लाईफक्युरा फार्मा, चेंबूर पूर्व, मुंबई से उपलब्ध औषधि नकली पाई गई। इस प्रकरण में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ 12 मार्च 2024 को औषधे व सौंदर्य प्रसाधने कायदा, 1940 के तहत गोवंडी पुलिस स्टेशन में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) संख्या 0068 दर्ज की गई।
बनावट औषध खरेदी विक्री:-
बनावट औषध खरेदी विक्री करने वाले मे. के डेक्कन हेल्थकेअर, वाडिया कॉलेज के पास, पुणे के पेढी के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। साथ ही, अन्य संबंधित औषध विक्रेताओं के संबंध में भी कार्रवाई जारी है। इस मामले में पुलिस की ओर से आगे की जांच जारी है।