
मुंबई। महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पंजीकृत चिकित्सकों से गांवों में स्वेच्छा से चिकित्सा सेवा देने का आह्वान किया है। उन्होंने महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल को निर्देश दिया है कि ऐसे सेवा कार्यों को सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) प्रणाली के अंतर्गत क्रेडिट पॉइंट्स के रूप में मान्यता दी जाए, जिससे इन डॉक्टरों को उनके मेडिकल लाइसेंस के नवीनीकरण में सहायता मिल सके। अब तक CME पॉइंट्स केवल शैक्षणिक सेमिनारों में भाग लेकर ही मिलते थे, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा और सर्जिकल शिविरों में सेवा देने से भी ये पॉइंट्स मिलेंगे—3 घंटे सेवा पर 1 पॉइंट और 6 घंटे सेवा पर 2 पॉइंट। महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के तहत करीब दो लाख डॉक्टर कार्यरत हैं, जिन्हें हर पांच साल में अपने लाइसेंस का नवीनीकरण कराना होता है। मुख्यमंत्री ने इस पहल के जरिए डॉक्टरों को सामाजिक जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया है और साथ ही ग्रामीण जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सहायता निधि, धर्मादाय अस्पताल और सरकारी मेडिकल कॉलेजों सहित लगभग 4,500 अस्पताल इस योजना में शामिल हैं। अब तक 9,500 से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित हो चुके हैं, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक पंजीकृत डॉक्टरों ने भाग लिया है। यह पहल न केवल ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाएगी बल्कि युवा और शहरी चिकित्सकों को भी ग्रामीण स्वास्थ्य समस्याओं की गहराई से समझ विकसित करने का अवसर देगी।