
मुंबई। महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल (एस.टी.) को भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा है। एस.टी. बस स्टैंड, बसों और वाहनों पर विज्ञापन का ठेका पाने वाली एम. टेकसिद्धि एडवरटाइजिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने मई 2024 से दिसंबर 2024 तक की अवधि का मासिक लाइसेंस शुल्क अदा नहीं किया, जिसके चलते अब कंपनी से 9 करोड़ 61 लाख 46 हजार रुपये की वसूली की जा रही है। यह जानकारी परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान दी। मंत्री सरनाईक ने कहा कि कंपनी ने विज्ञापन की निर्धारित शर्तों का पालन नहीं किया और अपेक्षित डिजिटल विज्ञापन भी नहीं लगाए, जिस कारण कंपनी को दिए गए डिजिटल विज्ञापन अधिकार रद्द कर दिए गए हैं। यह मामला विधानसभा में विधायक शंकर जगताप द्वारा उठाया गया, जिसकी चर्चा में सदस्य सुनील प्रभु ने भी भाग लिया।
नोटिस के बावजूद नहीं मिला जवाब
परिवहन मंत्री ने बताया कि एस.टी. महामंडल ने संबंधित कंपनी को नोटिस जारी किया, लेकिन कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसलिए इस प्रकरण की विस्तृत जांच शुरू की गई है, और जांच पूरी होते ही दोषियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। मंत्री सरनाईक ने यह भी कहा कि एस.टी. महामंडल की आर्थिक स्थिति सुधारने और आय के वैकल्पिक स्रोत बढ़ाने के लिए कई उपाय लागू किए जा रहे हैं। यह मामला राज्य में सार्वजनिक संसाधनों के व्यावसायिक उपयोग में पारदर्शिता और अनुशासन की आवश्यकता को उजागर करता है। विपक्ष ने भी सरकार से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।