
मुंबई। मुंबई के कांदिवली में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के “विभाग प्रमुख” लालसिंह राजपुरोहित, जिन्हें “लालू” के नाम से भी जाना जाता है, और उनके सहयोगियों पर इंजीनियरों से जबरन वसूली और हमले का आरोप लगा है। घटना बीएमसी के आर/दक्षिण क्षेत्र में हुई, जहां इंजीनियर एक निजी कंपनी के तहत सड़क निर्माण परियोजना पर काम कर रहे थे। यह मामला फरवरी में शुरू हुआ जब लालू ने निर्माण कार्य को जारी रखने के लिए इंजीनियरों से 5 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद भी लालू और उनके सहयोगी लगातार अतिरिक्त धन की मांग करते रहे और ऐसा न करने पर परियोजना को रोकने की धमकी दी। मंगलवार को स्थिति गंभीर हो गई जब तीन इंजीनियरों-अभयप्रताप सिंह, विश्वनाथ चौरसिया और विनीत सिंह को लालू के कार्यालय बुलाया गया। वहां, लालू और उनके सहयोगियों ने बांस की छड़ियों से इंजीनियरों पर हमला किया और मौखिक दुर्व्यवहार भी किया। पीड़ित इंजीनियरों ने कांदिवली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर जबरन वसूली और हमला करने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब तक दो आरोपियों, पिंटू जायसवाल (31) और नीलेश जायसवाल (39), को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। यह घटना राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भारी विवाद का कारण बन रही है, और अब सभी की नजरें इस मामले की जांच और कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।