
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के सांसदों ने गुरुवार को अविभाजित शिवसेना के संस्थापक स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे को उनकी जयंती पर देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न, से सम्मानित करने की औपचारिक मांग की। आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि आज का दिन भारत के महान नेता, लोकमान्य, हिंदूहृदय सम्राट और शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की जयंती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 2026 में ठाकरे के जन्म शताब्दी समारोह की शुरुआत होगी और उनका विचार है कि इस अवसर पर उन्हें यह सम्मान दिया जाना चाहिए। राउत ने कहा, बालासाहेब ठाकरे ने लगभग पचास वर्षों तक किसी भी संवैधानिक या राजनीतिक पद पर न रहने के बावजूद लोगों के दिलों और दिमाग पर राज किया। उन्होंने यह भी कहा कि ठाकरे ने, विशेष रूप से महात्मा गांधी के बाद, आम मराठी लोगों को सशक्त बनाने और उनके गौरव और आत्मसम्मान के लिए लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, चाहे वह मुंबई हो या पूरे महाराष्ट्र। संजय राउत ने यह भी कहा कि जब भी हिंदुओं पर देश में हमले हुए हैं, बालासाहेब ठाकरे ने हमेशा आवाज उठाई। उन्होंने राम मंदिर के निर्माण को ठाकरे की उपलब्धि भी बताया और कहा, इस सरकार द्वारा बनाए गए राम मंदिर का श्रेय भी ठाकरे को जाता है, और उन्होंने भारत रत्न पुरस्कार के लिए कुछ नहीं किया। राउत ने कहा कि इस मामले का निपटारा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है, जिसमें प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पूर्ण अधिकार प्राप्त है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ठाकरे को बधाई देने के बजाय उन्हें भारत रत्न देकर सम्मानित करना चाहिए।




