मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने केंद्रीय गृहमंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सुझाए गए कुछ सुरक्षा उपायों को मानने से इनकार कर दिया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने हाल ही में शरद पवार की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया था और उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी। केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई सुरक्षा समीक्षा के बाद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा का दर्जा दिया गया। इस सुरक्षा उपाय के तहत, पवार के दिल्ली स्थित आवास की चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाई जाने का प्रस्ताव था, और उनके घर के अंदर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाना था। इसके अलावा, पवार के दिल्ली आने-जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन को बदलने और उनके वाहन के अंदर दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने की योजना थी। शरद पवार ने इन सभी प्रस्तावों को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उनकी सुरक्षा क्यों बढ़ाई जा रही है। पवार ने दिल्ली में एक बैठक के दौरान सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों को अपने सुझाव दिए, जिसमें दिल्ली फायर सर्विस, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद और केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल थे। स्रोतों के अनुसार, पवार की सुरक्षा को मबजूत किए जाने की सिफारिश के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ से उन्हें जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने के लिए कहा। इस कार्य के लिए सीआरपीएफ के 55 सशस्त्र जवानों को नियुक्त किया गया है। शरद पवार की सुरक्षा के मामले में असहमति ने सुरक्षा और राजनीतिक सुरक्षा के मुद्दों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पवार के निर्णय से यह साफ है कि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर कुछ आपत्तियाँ हैं और वह सुरक्षा एजेंसियों के सुझाए गए उपायों को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हैं।