
मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले कुछ महीनों से चल रहे सियासी घमासान में बीजेपी के बड़े नेता के एक बयान से और हलचल मचने की आशंका है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा बयान दिया है। बीजेपी ने वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विश्वासपात्र गिरीश महाजन ने दावा किया कि बीजेपी-एनसीपी गठबंधन की सरकार बनाने के लिए खुद शरद पवार ने दिल्ली में की चार बैठकें की थी। इस ‘गुप्त’ बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। नासिक में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सोमवार को मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए दिल्ली में बीजेपी के नेताओं के साथ चार बैठकें कीं और आखिर में बीजेपी की पीठ में छुरा घोंपा।
बीजेपी-एनसीपी गठबंधन के लिए दिल्ली में हुई थी बैठकें
बीजेपी नेता ने दावा किया विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में अजित पवार द्वारा सुबह-सुबह डिप्टी सीएम पद की शपथ लेना शरद पवार की चाल थी। उन्होंने कहा, ‘‘2019 में विधानसभा चुनाव के बाद शरद पवार ने सरकार बनाने के लिए दिल्ली में बीजेपी नेताओं के साथ चार बैठकें कीं। उस समय शिवसेना (अविभाजित) से हमारी अनबन थी। पवार ने हमारे नेताओं से यहां तक कहा था कि वे चिंता न करें।’’
महाजन ने कहा कि शरद पवार ने हमेशा से ही फडणवीस और अजित पवार की 80 घंटे तक चली सरकार के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। लेकिन कुल मिलाकर, शरद पवार ही थे जो इस फैसले के पीछे थे। बीजेपी नेताओं के साथ हुई चार बैठकों में एक में उनके साथ अजित पवार भी गए थे… शरद पवार खुद इस बात से कभी इनकार नहीं कर सकते है। महाजन ने कहा कि शरद पवार पीठ में छुरा घोंपने के लिए जाने जाते हैं। 2014 के बाद महाराष्ट्र में कई राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिलीं, जिसमें एनसीपी की भूमिका अहम थी।
2019 में क्या हुआ था?
बता दें कि महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद शिवसेना ने बीजेपी के साथ ही एनडीए का दामन छोड़ा था। जिसके बाद कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना का गठबंधन ‘एमवीए’ अस्तित्व में आया। शरद पवार को शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के तीन दलों वाले महाविकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन का सूत्रधार माना जाता है।