गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र की एटीएस सोसाइटी के टावर-11 के सामने शनिवार सुबह 30 साल की युवती का खून से लथपथ शव मिला। फ्लैट मालिक ने मामले की सूचना इंदिरापुरम पुलिस को दी। चार घंटे बाद भी पुलिस युवती की पहचान नहीं कर सकी है। मिली जानकारी के अनुसार, टावर नंबर 11 के भूतल पर एक कारोबारी परिवार के साथ रहते हैं। वह कई दिनों से जरूरी काम से विदेश गए हुए हैं। सुबह करीब 7 बजे पुलिस को सूचना दी गई कि कारोबारी के फ्लैट के सामने फाउंटेन (फव्वारे) में 30 वर्षीय युवती का खून से लथपथ शव पड़ा है। युवती के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं और नाक से खून भी निकल रहा था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मगर चार घंटे की पड़ताल के बावजूद युवती की पहचान नहीं कर पाई है।
वहीं, सोसाइटी के किसी भी व्यक्ति ने युवती को पहचाना नहीं है। ऐसे में सवाल है कि सोसाइटी की सुरक्षा होने के बावजूद बाहर से युवती अंदर कैसे पहुंची.? वह किसके फ्लैट में मिलने गई थी या उसके परिवार के लोग सोसाइटी में रहते हैं। फिलहाल हाईराइज सोसाइटी में युवती का शव मिलने के मामले में अधिकारी कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। उधर, ट्रांस हिंडन जोन में अधिकारियों की सक्रियता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। डीसीपी शुभम पटेल घटना के कई घंटे बाद दोपहर 12:00 बजे मामले की जांच करने पहुंचे। उनके अलावा इंदिरापुरम एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह और इंदिरापुरम कोतवाली प्रभारी भी घटना के बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं।
हत्या, आत्महत्या या हादसे के एंगल से जांच
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी युवती की पहचान के साथ हत्या और आत्महत्या के अलावा हादसे के एंगल पर भी जांच करने की बात कर रहे हैं। सवाल यह है कि घटना में पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। मीडिया को भी सोसाइटी में घटनास्थल पर जाने से रोक दिया गया है।