
मुंबई। गोवंडी पुलिस ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट से लगभग 45 लाख रुपये नकद चोरी करने के आरोप में दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। यह वारदात उस समय हुई जब चार्टर्ड अकाउंटेंट अपनी बहू से मिलने गोवंडी के एक अस्पताल गया था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नीतीश रामविलास महतो और दीपक कुमार रामविलास महतो के रूप में हुई है, जबकि उनका तीसरा भाई राहुल कुमार रामविलास महतो अभी भी फरार है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 36.35 लाख रुपये बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता वाडला का रहने वाला एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है, जिसने आठ महीने पहले नीतीश को अपने कार ड्राइवर के रूप में काम पर रखा था। ईमानदारी दिखाकर नीतीश ने उसका भरोसा जीता और फिर अपने चचेरे भाई राहुल को नौकरी दिलाने की सिफारिश की। शिकायतकर्ता ने राहुल को अपने दफ्तर में क्लर्क की नौकरी दे दी। चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास स्टांप ड्यूटी के लिए 45 लाख रुपये नकद थे, जिन्हें उसने सुरक्षित रखने के लिए अंधेरी में अपने एक दोस्त को सौंपा था। 19 सितंबर को वह नीतीश के साथ न्यू कफ परेड गया और वहां से रकम लेकर सीधे गोवंडी के एक अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में जाते समय उसने नीतीश को कार में पैसे की रखवाली करने के लिए कहा, लेकिन लौटने पर नीतीश गायब था। राहुल से भी संपर्क नहीं हो सका और दोनों ने दीपक के साथ मिलकर 45 लाख रुपये लेकर फरार हो गए। शिकायत दर्ज होने के बाद गोवंडी पुलिस ने तीनों भाइयों की तलाश शुरू की। चूंकि वे बिहार के रहने वाले थे, पुलिस ने विशेष टीमें बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भेजीं। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से नीतीश और दीपक को बिहार में एक निजी गाड़ी से सफर करते समय ट्रैक किया गया। छह दिन की निगरानी के बाद दोनों को गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया। पूछताछ में नीतीश ने चोरी की वारदात स्वीकार की और पुलिस ने उनके पास से 36.35 लाख रुपये बरामद किए। दोनों को अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत में भेजा गया है, जबकि फरार राहुल की तलाश जारी है।




