
मीरा-भाईंदर। आगामी गणेशोत्सव 2025 को अधिक अनुशासित, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के उद्देश्य से मीरा भाईंदर महानगरपालिका ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक का आयोजन किया। यह बैठक स्व. कल्पना चावला अग्निशमन केंद्र में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मनपा आयुक्त एवं प्रशासक राधाबिनोद शर्मा ने की। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त, पुलिस उपायुक्त, उपायुक्त, शहर अभियंता, सहायक आयुक्त, ट्रैफिक पुलिस, अग्निशमन विभाग, पुलिस स्टेशन अधिकारियों और संबंधित विभागों के प्रमुख उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्य सभी विभागों के बीच तालमेल बनाते हुए गणेशोत्सव की पूर्व योजना और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना था।
‘एक खिड़की योजना’ की घोषणा
मनपा ने इस वर्ष पहली बार ‘एक खिड़की योजना’ शुरू की है, जिसके तहत गणेश मंडलों को मूर्ति स्थापना और विसर्जन की अनुमति निशुल्क प्रदान की जाएगी, बशर्ते वे सभी निर्धारित नियमों का पालन करें। साथ ही, मंडप निर्माण के लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी।
विसर्जन स्थल, स्वच्छता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
बैठक में प्राकृतिक और कृत्रिम तालाबों की पहचान कर विसर्जन की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन, शहर की स्वच्छता, और मंडलों द्वारा की जाने वाली सजावट पर भी विस्तार से चर्चा हुई। अग्निशमन दल और पुलिस विभाग को विसर्जन के दौरान आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहने को कहा गया।
नागरिकों से सहयोग और अपील
महापालिका और पुलिस प्रशासन ने नागरिकों और गणेश मंडलों से अपील की है कि वे इस उत्सव को शांति, सौहार्द और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के साथ मनाएं। प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियों से बचने, प्राकृतिक सामग्री का उपयोग करने और ध्वनि प्रदूषण से परहेज करने का विशेष अनुरोध किया गया है। इस बैठक को गणेशोत्सव 2025 की सुनियोजित और समन्वित शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उत्सव आस्था, अनुशासन और पर्यावरण चेतना का आदर्श बने।