
मऊ। मऊ जिले से सेवानिवृत्त पुलिस इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोप में शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण संगठन की इंस्पेक्टर संध्या सिंह की तहरीर पर की गई है। इंस्पेक्टर प्रशांत पर आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से 61.91 फीसदी ज्यादा रुपये अपनी नौकरी के दौरान खर्च किए हैं। इतने पैसे कहां से आए: रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी आय से 66 लाख रुपये ज्यादा किए। बिहार के सीवान जिले के राजपुर गांव के मूल निवासी सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार श्रीवास्तव शिवपुर कोट में मकान बनवा कर रहते हैं। प्रशांत बीते 31 अगस्त को मऊ जिले से सेवानिवृत्त हुए हैं। वर्ष 2020 में प्रशांत की आय से अधिक संपत्ति की शिकायत प्रदेश सरकार से की गई थी। 16 नवंबर 2020 को प्रशांत के खिलाफ जांच की अनुमति मिली। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की लखनऊ यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर संध्या सिंह को जांच में आरोप सही मिले तो उन्होंने सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर प्रशांत के खिलाफ शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
प्रशांत ने खर्च किए 1.72 करोड़ रुपये
इंस्पेक्टर संध्या सिंह के अनुसार, नौकरी के दौरान प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने वैध और ज्ञात स्रोतों से एक करोड़ छह लाख 62 हजार 74 रुपये की आय अर्जित की। इसके विपरीत उन्होंने एक करोड़ 72 लाख 63 हजार 693 रुपये खर्च किए। इस तरह से प्रशांत ने अपनी आय से 66 लाख एक हजार 619 रुपये ज्यादा खर्च किए।
नहीं दे पाए संतोषजनक स्पष्टीकरण
इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने बताया कि आय से अधिक व्यय के बारे में सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार श्रीवास्तव संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे पाए। ऐसे में प्रशांत का कृत्य भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दंडनीय संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए प्रशांत के खिलाफ शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज करा कर भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ओर से जांच शुरू की गई है। वहीं मऊ जिले के पुलिस अफसरों ने बताया कि 1998 बैच के सब इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने नौकरी का अधिकांश समय पूर्वांचल में ही गुजारा है। अपनी नौकरी के दौरान वह वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और बलिया जैसे जिलों में तैनात रहे हैं।