
मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन की उपस्थिति में 4 अप्रैल को राजभवन, मुंबई में राजस्थान और ओडिशा राज्य स्थापना दिवस संयुक्त रूप से उत्साहपूर्वक मनाया गया। यह आयोजन भारत सरकार की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल के अंतर्गत महाराष्ट्र राजभवन द्वारा कर्मवीर भाऊराव पाटिल विश्वविद्यालय, सतारा (केबीपीयू) के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की प्रमुख आकर्षण विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे, जिसमें राजस्थान और ओडिशा की लोक नृत्य एवं संगीत परंपराओं की मनमोहक झलक दिखाई गई। राजस्थान के प्रसिद्ध लोकगीत केसरिया और जिरमिर बरसे, साथ ही चिरामी, घूमर और कालबेलिया जैसे लोकनृत्य प्रस्तुत किए गए। वहीं ओडिशा की ओर से रसरकेली बो गीत और संभलपुरी ढलकाई लोकनृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह में दोनों राज्यों की संस्कृति, विरासत, भोजन और पर्यटन स्थलों को दर्शाने वाली ऑडियो-विजुअल फिल्में भी प्रदर्शित की गईं। इस अवसर पर राज्यपाल ने कर्मवीर भाऊराव पाटिल विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट चंद्रकांत दलवी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देने वाले छात्र-कलाकारों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में पूर्व सांसद रामशेठ ठाकुर, राज्यपाल के सचिव डॉ. प्रशांत नरनावरे, कुलपति डॉ. ज्ञानदेव म्हस्के, अवर सचिव (शिक्षा) विकास कुलकर्णी सहित अनेक गणमान्य अतिथि, विश्वविद्यालयों से संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य, संकाय सदस्य और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। स्वागत भाषण राज्यपाल सचिव डॉ. नरनावरे ने दिया जबकि धन्यवाद ज्ञापन विकास कुलकर्णी ने किया।