
मुंबई। महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है और हादसों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। यवतमाल जिले के दारव्हा शहर में बुधवार को एक दर्दनाक घटना हुई, जहां रेलवे फ्लाईओवर निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में चार बच्चों की डूबकर मौत हो गई। मृतक बच्चों की उम्र 10 से 14 साल के बीच बताई जा रही है। घटना दारव्हा रेलवे स्टेशन के पास हुई। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, बच्चे फ्लाईओवर निर्माण स्थल के पास खेल रहे थे। खंभे लगाने के लिए खोदा गया बड़ा गड्ढा बारिश के पानी से भर गया था। आशंका जताई जा रही है कि खेलते-खेलते वे उसमें गिर गए या तैरने की कोशिश में डूब गए। मृतकों की पहचान रिहान असलम खान, गोलू पांडुरंग नारनवरे, सौम्या सतीश खडसन और वैभव आशीष बोथले के रूप में हुई है। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक का माहौल है और पुलिस मामले की जांच कर रही है, साथ ही प्रशासन ने निर्माण कंपनी की लापरवाही की भी जांच शुरू कर दी है।
उधर, नासिक और आसपास के जिलों में मूसलाधार बारिश के कारण बांध और नदियां उफान पर हैं। गंगापुर बांध से अतिरिक्त पानी गोदावरी नदी में छोड़ा गया है, जिससे रामकुंड और गोदाघाट क्षेत्रों के मंदिर जलमग्न हो गए हैं। प्रसिद्ध दुतोंद्या मारुति की मूर्ति भी आंशिक रूप से डूब गई है। दरना नदी में भी पानी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है। मराठवाड़ा के जयकवाडी बांध में 95 प्रतिशत से अधिक जल भंडार भर चुका है। सिंचाई विभाग ने संकेत दिया है कि आवश्यकता पड़ने पर बांध से पानी छोड़ा जा सकता है। जयकवाडी बांध का भरना किसानों और पेयजल आपूर्ति के लिए राहत की खबर है, लेकिन बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।