
पुणे। पुणे पोर्श कार हिट एंड रन मामले में पुलिस ने आरोपी किशोर की मां को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी किशोर का ब्लड सैंपल उसकी मां के ब्लड के साथ बदला गया। इस अपराध में पुलिस ने आरोपी किशोर की मां शिवानी अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की है। चर्चित पोर्श कार दुर्घटना मामले में पुणे पुलिस ने किशोर के रक्त के नमूने उसकी मां के रक्त के नमूनों से बदले जाने की पुष्टि होने के बाद उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है। शहर के पुलिस प्रमुख ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि दुर्घटना की जांच से पता चला है कि किशोर के रक्त के नमूने उसकी मां के रक्त के नमूनों से बदले गए थे। नाबालिग लड़के की मां को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने दो दिन पहले एक स्थानीय अदालत को बताया था कि किशोर के रक्त के नमूनों की एक महिला के नमूनों के साथ अदला-बदली की गई थी। 19 मई को तड़के पुणे के कल्याणी नगर में दो आईटी इंजीनियरों की मौत हो गई थी, जब कथित तौर पर नशे में धुत नाबालिग द्वारा चलाई जा रही पोर्श कार ने उनकी दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी थी। 17 वर्षीय नाबालिग को सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि उसके पिता, रियल एस्टेट कारोबारी विशाल अग्रवाल और दादा सुरेन्द्र अग्रवाल को परिवार के ड्राइवर का अपहरण करने और उस पर दोष अपने ऊपर लेने का दबाव डालने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल बदलने के मामले में चार निजी व्यक्तियों के शामिल होने का मामला प्रकाश में आया था। कहा जा रहा है कि इनलोगों ने ब्लड सैंपल बदलने के लिए दबाव बनाया। मुंबई पुलिस जांच टीम को इस दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है। किशोर आरोपी के ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ करने के आरोप में पुणे पुलिस ने ससून अस्पताल के डॉ. अजय टावरे, डॉ. श्रीहरि हलनोर और अतुल घटकंबले को पहले ही गिरफ्तार किया था