मुंबई। बांग्लादेश क्रिकेट टीम के भारत दौरे को लेकर सियासत गर्मा गई है। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को इस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की खबरें आ रही हैं, तो केंद्र और बीसीसीआई ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम को भारत दौरे की अनुमति कैसे दे दी। आदित्य ठाकरे ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, भारत में ट्रोल बांग्लादेश में हिंसा के बहाने नफरत फैला रहे हैं, जबकि बीसीसीआई अपनी टीम की मेजबानी कर रहा है। मुझे आश्चर्य है कि जो लोग इस हिंसा के खिलाफ सक्रिय रूप से अभियान चला रहे हैं, वे बीसीसीआई से बात क्यों नहीं करते और सवाल क्यों नहीं पूछते।” उन्होंने सवाल किया कि क्या यह केवल भारत में नफरत पैदा करने और चुनाव प्रचार के लिए है? ठाकरे ने आगे कहा, भारत और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट 19 सितंबर से शुरू हो रहा है। मैं बस विदेश मंत्रालय से यह जानना चाहता हूं कि जैसा कि हमें कुछ मीडिया और सोशल मीडिया द्वारा बताया गया है कि बांग्लादेश में हिंदुओं को पिछले 2 महीनों में हिंसा का सामना करना पड़ा है। अगर ऐसा है और हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को हिंसा का सामना करना पड़ा है, तो बीजेपी की केंद्र सरकार बीसीसीआई पर इतनी नरम क्यों हो रही है और दौरे की अनुमति दे रही है? ठाकरे के इस बयान ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम के भारत दौरे को लेकर नए सियासी विवाद को जन्म दे दिया है।