
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 121वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमला हर भारतीय के दिल को पीड़ा पहुंचाने वाला है और पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आतंकवादियों और उनके मददगारों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया भर के नेताओं ने इस जघन्य हमले की निंदा की है और भारत के साथ एकजुटता जताई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में लौटती शांति कुछ लोगों को रास नहीं आ रही थी, इसलिए आतंकियों ने बड़ी साजिश रची। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ इस संघर्ष में एकजुट रहकर संकल्प को और मजबूत करें।स्वतंत्रता संग्राम और वीर कुंवर सिंह को किया नमन
पीएम मोदी ने आगामी 10 मई को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वर्षगांठ का उल्लेख करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने 26 अप्रैल को बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती का स्मरण करते हुए कहा कि बिहार के इस वीर सेनानी ने देश के लिए अदम्य साहस का परिचय दिया था।
नवाचार, पर्यावरण और विज्ञान में भारत की प्रगति का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के बागलकोट जिले के श्री शैल तेली के नवाचार का उल्लेख करते हुए बताया कि अब मैदानी इलाकों में भी सेब की खेती सफल हो रही है। उन्होंने गुजरात के अहमदाबाद में हुए पर्यावरणीय प्रयासों की भी सराहना की, जहां 70 लाख से अधिक पेड़ लगाए गए हैं और वॉटर बॉडीज का संरक्षण किया गया है, जिससे शहर वैश्विक तापमान से लड़ने में आगे बढ़ रहा है।
अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की छलांग
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोला है। दस साल पहले जहां इस क्षेत्र में सिर्फ एक कंपनी थी, वहीं अब 325 से ज्यादा कंपनियां सक्रिय हैं। उन्होंने भारत की सैटेलाइट प्रक्षेपण की 50वीं वर्षगांठ का भी उल्लेख किया और कहा कि संसाधनों की कमी के बावजूद देश ने अंतरिक्ष में अपने सपनों को साकार किया है।
आपदा प्रबंधन और वैश्विक मानवीय मदद
पीएम मोदी ने ‘सचेत’ मोबाइल ऐप का जिक्र करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा के समय सतर्कता बेहद जरूरी है और यह ऐप लोगों को जीवन रक्षक मदद दे सकता है। उन्होंने म्यांमार में आए भूकंप के दौरान भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ और अफगानिस्तान तथा नेपाल को वैक्सीन भेजने के अभियानों का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के मूल्यों के अनुरूप भारत हमेशा मानवता की सेवा में तत्पर रहेगा।
वैश्विक समर्थन और आतंकवाद के खिलाफ भारत का संकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक समुदाय ने भारत के खिलाफ हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकियों के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा और देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।