पुणे। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर इन दिनों सुर्खियों में है। मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों जोरों पर है। इसके लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख निर्धारित की गई है। इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान सामने आया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा उन लोगों को करारा जवाब है, जो बीजेपी को यह कहकर ताना मारते थे कि ‘मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। पुणे में ‘अटल संस्कृति गौरव अवॉर्ड्स’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का निर्माण कर और जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना साकार किया है। बता दें कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे विधि विधान के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इससे पहले भव्य तैयारियों और निमंत्रण भेजने का सिलसिला जारी है। भगवान राम की मूर्ति से लेकर तमाम तैयारियां अपने आखिरी चरण में हैं।
84 सेकंड के मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा
खास बात यह है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ 84 सेकंड के सूक्ष्म मुहूर्त में ही की जाएगी। बताया जा रहा है कि 84 सेकंड का यह मुहूर्त बहुत ही शुभ है, जो कि भारत के लिए संजीवनी का काम करेगा। काशी के पंडितों की ओर से यह मुहूर्त तय किया गया है। 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से मूल मुहूर्त होगा, जो 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक चलेगा। यानी 1 मिनट 24 सेकंड में ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के इस मुहूर्त को विद्वानों और ज्योतिषाचार्यों द्वारा बहुत ही शुभ बताया गया है।
मंदिर में तीन दिन तक बंद रहेंगे दर्शन
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भारत का सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठा होगा। ऐसे में मंदिर और आंगतुकों की सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर में तीन तक दर्शन बंद रहेंगे। यानी 20 जनवरी से 22 जनवरी तक आम लोग मंदिर के दर्शन नहीं कर पाएंगे। हालांकि, 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से मंदिर में सभी लोगों को दर्शन की अनुमति होगी। प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, लेकिन इसकी शुरुआत 16 जनवरी को सरयू की जलयात्रा के साथ होगी। वहीं, 17 जनवरी को गणेश पूजा के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत होगी। 22 जनवरी को भगवान की मूर्ति स्थापित होगी और रामलला की पहली आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतारेंगे।