
मुंबई। फलटण में एक महिला डॉक्टर की आत्महत्या को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। इस मामले में ठाकरे गुट की नेता सुषमा अंधारे और पूर्व भाजपा सांसद रणजीतसिंह नाइक निंबालकर आमने-सामने हैं। रणजीतसिंह नाइक निंबालकर ने इस मामले में सुषमा अंधारे पर 50 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा किया था और उनके वकीलों ने अंधारे को कानूनी चेतावनी भी जारी की थी। इसी बीच, सुषमा अंधारे ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर निंबालकर के खिलाफ सबूत पेश किए। उन्होंने दो जुड़वां बहनों के सुसाइड नोटों का हवाला दिया, जिनमें आत्महत्या की कोशिश की गई थी और जिनके संबंध में महिला आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। अंधारे ने दावा किया कि प्रस्तुत किए गए दस्तावेज़ स्पष्ट रूप से इस मामले में तथ्य उजागर करते हैं। यह विवाद फिलहाल सार्वजनिक और राजनीतिक बहस का मुख्य केंद्र बना हुआ है, और दोनों पक्षों के बीच कानूनी कार्रवाई और मीडिया बयानबाजी के बीच तनाव जारी है।




