
मुंबई। राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को पौष्टिक और अच्छा भोजन उपलब्ध कराया जाए और सेवा व साफ-सफाई में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त न की जाए, इसके स्पष्ट निर्देश सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर ने गुरुवार को दिए। स्वास्थ्य सेवा निदेशालय, मुंबई में आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री आबिटकर ने अस्पतालों में धुलाई, भोजन, दवा आपूर्ति और मानव संसाधन सेवाओं की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को आरामदायक माहौल, स्वच्छ परिसर और दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध होना चाहिए। निदेशक, सह-निदेशक और उप-निदेशक को अचानक निरीक्षण कर निष्पक्ष रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए। मंत्री ने चेतावनी दी कि अस्पतालों में गंदगी मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होगी। साथ ही, साफ-सफाई के लिए नियुक्त ठेका कर्मचारियों को अनुबंध के अनुसार वेतन दिया जा रहा है या नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी। ‘महात्मा फुले जनआरोग्य योजना’ को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर लागू करने के मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत करते हुए मंत्री आबिटकर ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में आवश्यक सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराया जाएगा ताकि लोग निजी अस्पतालों की बजाय सरकारी अस्पतालों को प्राथमिकता दें।
उन्होंने दवा खरीद प्रक्रिया में गड़बड़ी बर्दाश्त न करने की बात दोहराई और बताया कि दवाओं की गुणवत्ता जांचने के लिए जल्द ही एक अलग सिस्टम शुरू किया जाएगा। इस बैठक में स्वास्थ्य सेवा आयुक्त डॉ. कादंबरी बलकवड़े, स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. नितिन अंबेडकर सहित राज्य के जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला सर्जन और वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।