
नई दिल्ली/मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को परीक्षा को बोझ न मानने और खुद से प्रतिस्पर्धा करने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि हर पल को सकारात्मकता के साथ जिएं, आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए समय का सही प्रबंधन करें और अपने लक्ष्यों को छोटे-छोटे चरणों में बाँटकर उन्हें पूरा करने की खुशी मनाएं। 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम में नई दिल्ली से स्कूली छात्रों के साथ संवाद किया। इस कार्यक्रम का मुंबई के शिवाजी पार्क स्थित स्काउट और गाइड सभागार में सीधा प्रसारण किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट आशिष शेलार और विभिन्न स्कूलों के छात्र उपस्थित थे।परीक्षा को बोझ नहीं, उत्सव समझें
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि परीक्षा को अंतिम लक्ष्य न मानें, बल्कि संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करने पर ध्यान दें। उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रों को अपनी रुचि के क्षेत्र में अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करने का प्रयास करना चाहिए।उन्होंने कहा, खुद को पहचानकर वर्तमान क्षण को प्रभावी ढंग से जीना जरूरी है। लिखने की आदत से अपने विचारों को अभिव्यक्त करने में मदद मिलती है। प्रधानमंत्री मोदी ने असफलता को सफलता प्राप्त करने का ईंधन बताया। उन्होंने कहा कि असफलता से डरने की बजाय उसे अपना गुरु बनाना चाहिए। उन्होंने ध्यान (मेडिटेशन) को एकाग्रता बढ़ाने के लिए आवश्यक बताते हुए प्रकृति, संतुलित आहार, नई तकनीकों, नेतृत्व और टीम वर्क के महत्व को समझाया। उन्होंने छात्रों को “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान में शामिल होने और पर्यावरण की देखभाल करने का आह्वान किया। साथ ही, माता-पिता से आग्रह किया कि वे बच्चों की क्षमताओं और इच्छाओं को पहचानें और उन्हें प्रोत्साहित करें।

सफलता के लिए भय पर विजय प्राप्त करें: मुख्यमंत्री फडणवीस
इस कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “हर किसी के सामने चुनौतियाँ होती हैं, लेकिन सकारात्मकता के साथ उन पर काबू पाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को दूसरों से नहीं, बल्कि खुद से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए और अपने डर पर विजय प्राप्त करनी चाहिए। निरंतर अभ्यास से एक साधारण व्यक्ति भी असाधारण कार्य कर सकता है। इसलिए, छात्रों को स्वयं को पहचानकर अपनी क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि “केवल परीक्षा ही अंतिम लक्ष्य नहीं है, बल्कि जीवन की चुनौतियों का सामना कैसे करना है, यह सीखना भी आवश्यक है।
प्रधानमंत्री मोदी के जीवन से प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संघर्षपूर्ण जीवन व्यतीत करते हुए सफलता प्राप्त की है और भारत की एक नई पहचान बनाई है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को प्रधानमंत्री के अनुभवों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाना है,” ऐसा मुख्यमंत्री ने कहा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने एसएनडीटी महाविद्यालय की डॉ. अदिति सावंत की पुस्तक “कॉटन” का विमोचन भी किया। प्रधानमंत्री मोदी के “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम से छात्रों को न केवल परीक्षा की तैयारी बल्कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव मिले। इस कार्यक्रम ने छात्रों को परीक्षा के तनाव से दूर रहकर आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।