बीड। बीड जिले के परली में भाजपा की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे के वैद्यनाथ सहकारी शुगर कारखाना पर जीएसटी विभाग के दस्ते ने अर्थिक लेन देन व दस्तावेज की जांच की जिससे महाराष्ट्र में खलबली मच गई है। यहां के वित्तीय लेन-देन की जांच चल रही है। प्रारंभिक जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार के जीएसटी डिफॉल्ट मामले में जांच चल रही है। पंकजा मुंडे पिछले कुछ दिनों से बीजेपी से नाखुश बताई जा रही हैं। जीएसटी विभाग द्वारा यह कार्रवाई किए जाने के बाद से राजनीतिक हलकों की भौंहें तन गई हैं विपक्षी दल हमेशा आरोप लगाते हैं कि केंद्रीय जांच एजेंसियां केवल भाजपा विरोधी नेताओं की जांच कर रही हैं। पंकजा मुंडे ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि उन्हें यह खबर सीधे मीडिया से मिली। इस फैक्ट्री के जीएसटी को लेकर हमारा अंदरूनी विवाद चल रहा है। जो मीडिया में जाने का कोई कारण नहीं था। लेकिन आज अचानक जीएसटी अधिकारियों ने जो कार्रवाई की। मैंने अधिकारियों से भी बात की है। लेकिन मुझे पता चला कि ऊपर से तत्काल कार्रवाई करने का आदेश था। साथ ही मुझे पता चला कि यह खबर सबसे पहले मीडिया तक पहुंची, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पंकजा मुंडे ने बताया कि अधिकारियों ने छापा क्यों मारा। उन्होंने कहा, ‘वैद्यनाथ सहकारी चीनी मिल पिछले ६-७ सालों से घाटे में चल रही है। किसी तरह हम इसे चला रहे हैं। इसी वजह से कुछ दिन पहले हम केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले थे। इस बार ४-५ फैक्ट्रियों का मुद्दा उठाया। हमें जीएसटी का भुगतान करना है, ऋण लंबित है। फैक्ट्री पर करीब ढाई सौ करोड़ का कर्ज है। हमने १५२ करोड़ का कर्ज चुका दिया है। हमने इन बीमार चीनी मिलों की मदद करने का अनुरोध किया।