
नागपुर। महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे ने मंगलवार को प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। कुछ दिन पहले ही उनके करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में मास्टरमाइंड बताया गया था, जिसके चलते उन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा था। अंततः मंगलवार को उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। मुंडे के इस्तीफे के बाद उनकी चचेरी बहन और राज्य की मंत्री पंकजा मुंडे ने पहली प्रतिक्रिया दी। नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि धनंजय मुंडे को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था और इस स्थिति से निकलने का सम्मानजनक रास्ता अपनाना चाहिए था।
“मैं इस्तीफे का स्वागत करती हूं”- मंत्री पंकजा मुंडे
पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा, “धनंजय मुंडे को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, यह उनके लिए बेहतर होता। उन्हें इस पीड़ा से बाहर निकलने का सम्मानजनक तरीका मिल जाता।” उन्होंने आगे कहा कि इस्तीफा देना देशमुख परिवार के दर्द की तुलना में कुछ भी नहीं है। “जब हम कोई पद ग्रहण करते हैं, तो हमें राज्य के हर व्यक्ति को समान समझना चाहिए। उन्होंने सही फैसला लिया है, भले ही देर से लिया हो,” पंकजा ने कहा।
क्या है मामला?
बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख को 9 दिसंबर 2023 को अगवा कर लिया गया था। आरोप है कि वह जिले में एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली को रोकने की कोशिश कर रहे थे, जिसके चलते उन्हें पहले प्रताड़ित किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड का नाम आने के बाद विपक्ष ने मंत्री के इस्तीफे की मांग तेज कर दी थी।