
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी विवादों में घिर गई है। धाराशिव ज़िले के चर्चित तुलजापुर मादक पदार्थ मामले के कुछ आरोपियों के भाजपा में शामिल होने पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और अन्य विपक्षी नेताओं ने भाजपा पर “मादक पदार्थ तस्करों को संरक्षण देने” का आरोप लगाया है। दरअसल, धाराशिव पुलिस ने 14 फरवरी 2025 को सोलापुर-तुलजापुर मार्ग पर तमालवाड़ी जांच चौकी पर 2.5 लाख रुपये मूल्य की मेफेड्रोन (एमडी) नामक नशीली दवा जब्त की थी। यह ड्रग्स तुलजापुर ले जाई जा रही थी। जो देवी तुलजा भवानी के प्रसिद्ध मंदिर के लिए जाना जाता है। इस मामले में पुलिस ने कम से कम 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। विपक्ष का आरोप है कि इन्हीं आरोपियों में से कुछ को भाजपा ने मंगलवार को स्थानीय विधायक राणा जगजीत सिंह पाटिल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल कर लिया। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब राज्य में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के चुनाव की तैयारी चल रही है। जिनका मतदान 2 दिसंबर और मतगणना 3 दिसंबर को होनी है। बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा, “तुलजापुर शहर के कुछ लोगों को भाजपा में शामिल किया गया, जिनमें मादक पदार्थ तस्करी मामले के आरोपी भी शामिल हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि ये लोग भाजपा कार्यालय में जिम्मेदार नेताओं की मौजूदगी में शामिल हुए। इससे यह स्पष्ट है कि मादक पदार्थ तस्करी को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। सुले ने अपने पत्र को ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा- लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर राजनीतिक दल को संगठन विस्तार का अधिकार है, लेकिन सार्वजनिक जीवन में सक्रिय लोगों की यह नैतिक जिम्मेदारी भी है कि वे किसी भी सामाजिक रूप से विनाशकारी प्रवृत्ति को प्रोत्साहित न करें। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने भी भाजपा पर करारा प्रहार किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा-तुलजापुर में मादक पदार्थ मामले के एक आरोपी को भाजपा में प्रवेश मिला है। भू-माफिया और परिवहन माफिया पहले से भाजपा में हैं, अब मादक पदार्थ मामलों में आरोपी लोगों को भी ‘जनता की सेवा का अवसर’ दिया जा रहा है। यह देखकर दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की आत्मा क्या कहेगी, यह सोचने वाली बात है। वहीं, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद ओमप्रकाश राजेनिंबालकर ने भी कहा कि इन आरोपियों ने तुलजापुर की सामाजिक छवि को धूमिल किया और युवाओं को नशे की लत में धकेला है। उन्होंने जनता से अपील की कि “ऐसे व्यक्तियों और उन्हें संरक्षण देने वालों को लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाएं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि स्थानीय निकाय चुनावों से पहले ऐसे विवाद भाजपा की छवि को नुकसान पहुँचा सकते हैं, खासकर जब विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर “नैतिक पतन” और “राजनीतिक अवसरवाद” के आरोप लगा रहा है।




