
देवेश प्रताप सिंह राठौर
झांसी, उत्तर प्रदेश। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर सोमवार को जिले के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोर-किशोरियों को पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, दतिया गेट में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडे की अध्यक्षता में हुआ, जिसमें राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक एवं राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की संयुक्त निदेशक डॉ. शालू गुप्ता मुख्य अतिथि रहीं। उन्होंने बच्चों के सामने खुद गोली खाकर और सीएमओ के साथ उदाहरण प्रस्तुत करते हुए सभी को इसे खाने के लिए प्रेरित किया। डॉ.शालू ने बताया कि कृमि संक्रमण बच्चों में पोषण स्तर, प्रतिरोधक क्षमता और पढ़ाई पर नकारात्मक असर डालता है, इसलिए साल में फरवरी और अगस्त में यह अभियान चलाया जाता है। सीएमओ ने बताया कि जिले में 9.33 लाख गोलियां खिलाने का लक्ष्य है और अनुपस्थित बच्चों को 14 अगस्त को मॉप-अप दिवस पर दवा दी जाएगी। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. विजयश्री शुक्ला ने स्वच्छता, हाथ धोने, नाखून काटने, खुले में शौच न करने और खाने से पहले सब्जियां धोने जैसी आदतों को कृमि संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी बताया। इस मौके पर विभागीय और जिलाधिकारी द्वारा नामित पर्यवेक्षकों ने विभिन्न विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. एन.के. जैन, नोडल अधिकारी डॉ. रमाकांत स्वर्णकार, डॉ. उत्सव राज, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. ए.के. सांवल, कोषाध्यक्ष प्रदीप श्रीवास्तव सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, अध्यापिकाएं और छात्राएं मौजूद रहीं।