
मुंबई। राज्य पुलिस बल में पुलिस उपनिरीक्षक (पीएसआई) का पद महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित माना जाता है, जिसे प्राप्त करने का सपना कई युवा महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से देखते हैं। अब राज्य सरकार ने सेवा में कार्यरत पुलिस कांस्टेबलों के लिए इस पद तक पहुँचने का नया मार्ग प्रशस्त किया है। सरकार ने सीमित विभागीय परीक्षा शुरू करने का निर्णय लिया है, जिससे कांस्टेबल, पुलिस नायक और सहायक पुलिस उपनिरीक्षक जैसे पदों पर कार्यरत कर्मियों को पीएसआई बनने का अवसर मिलेगा। नए प्रावधान के तहत पुलिस उपनिरीक्षक संवर्ग के पद 50 प्रतिशत सीधी सेवा, 25 प्रतिशत सीमित विभागीय परीक्षा और 25 प्रतिशत पदोन्नति के आधार पर भरे जाएँगे। इस कदम से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अनुभवी कर्मियों के अनुभव का सीधा लाभ संवेदनशील थानों तक पहुँचेगा। इस परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड स्पष्ट किए गए हैं। कक्षा 10वीं उत्तीर्ण उम्मीदवार को कम से कम छह वर्ष, कक्षा 12वीं उत्तीर्ण को पाँच वर्ष और स्नातक उत्तीर्ण को चार वर्ष की निरंतर नियमित सेवा पूरी करनी होगी। परीक्षा देने के वर्ष की पहली अप्रैल को उम्मीदवार की आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए, जबकि पिछड़े वर्ग के लिए आयु सीमा में पाँच वर्ष की छूट दी गई है। सीमित विभागीय परीक्षा में लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षण दोनों शामिल होंगे, जिनके अंक महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग निर्धारित करेगा। योग्यता सूची लिखित और शारीरिक परीक्षा के कुल अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी। इस प्रक्रिया से अनुभवी पुलिस कांस्टेबलों को पीएसआई पद पर पदोन्नति का अवसर मिलेगा, जिससे पुलिस बल की कार्यकुशलता और जमीनी स्तर पर अनुभव आधारित नेतृत्व को बढ़ावा मिलेगा।