
शिरडी (अहिल्यानगर)। साईं बाबा के दर्शन को आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए बड़ा कदम उठाते हुए साईंबाबा संस्थान ने मंदिर परिसर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित जन गणना प्रणाली शुरू की है। यह आधुनिक तकनीक मंदिर में भक्तों की गिनती करने के साथ-साथ भीड़भाड़ की निगरानी, संदिग्ध गतिविधियों पर अलर्ट और आपातकालीन हालात में त्वरित कार्रवाई की सुविधा देगी। एआई सिस्टम में फेस डिटेक्शन तकनीक भी शामिल है। यानी अपराधियों या संदिग्धों की तस्वीरें पहले से डेटाबेस में अपलोड की जा सकती हैं, और उनके गेट पर प्रवेश करते ही सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत अलर्ट मिल जाएगा। त्योहारों के मौसम में भीड़ बढ़ने पर यह तकनीक सामान खोने, स्वास्थ्य आपातकाल जैसी घटनाओं की जानकारी भी तुरंत संस्थान को देगी। मुंबई की प्रिज़्मा एआई कंपनी ने यह प्रणाली विकसित कर साईं संस्थान को दान दी है। शुक्रवार को संस्थान के सीईओ गोरक्ष गाडिलकर और कंपनी के अध्यक्ष डॉ. श्रीराम अय्यर ने इसका शुभारंभ किया। फिलहाल यह एआई प्रणाली **गेट नंबर 1, 6, 7, वीआईपी गेट, नागरिक गेट, ग्रामीण गेट, दिव्यांग गेट, मुखदर्शन गेट और नवीन दर्शन रंग पर लागू की गई है। यह सिस्टम बूंदी प्रसाद और मुखदर्शन द्वार से निकलने वाले भक्तों की गिनती भी करेगा, जिससे संस्थान को प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं का सटीक आंकड़ा मिलेगा। संस्थान ने संकेत दिया है कि आने वाले समय में पालखी रोड और पुलिस स्टेशन क्षेत्र में लगे कैमरों को भी इस तकनीक से जोड़ा जाएगा। इससे शिरडी में भक्तों के लिए अधिक सुरक्षित और तकनीक-सक्षम दर्शन अनुभव संभव होगा।




