वाणिज्य मंत्री ने विकसित देशों के स्टार्टअप्स को भारत आने का दिया निमंत्रण
नई दिल्ली: (New Delhi) सरकार स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए हमेशा एक मददगार या सुविधा प्रदाता के तौर पर कार्य करेगी, नियामक के रूप में नहीं।वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को गुरुग्राम में स्टार्टअप्स-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
पीयूष गोयल ने कहा कि सबसे अच्छा तरीका स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से बाहर होना है। उन्होंने कहा कि सरकार पारिस्थितिकी तंत्र के नियमन या उसे निर्देशित करने का काम नहीं करेगी। पीयूष गोयल ने कहा कि इस पारिस्थितिकी तंत्र के हितधारक स्व-नियमन करेंगे।
गोयल ने कहा कि भारत स्टार्टअप की दुनिया को एक विशिष्ट अवसर मुहैया करता है। भारत के पास कुशल प्रतिभा, सामर्थ्य, बढ़ती स्टार्टअप संस्कृति और आकांक्षी आबादी का लाभ है। उन्होंने दुनियाभर की स्टार्टअप कंपनियों को भारत आने और यहां अवसर तलाशने के लिए आमंत्रित किया। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि यहां से संदेश जाना चाहिए कि इसमें भाग लेने वाले सभी 22 देशों की संयुक्त प्रतिबद्धता यह है कि सरकारें स्टार्टअप द्वारा किए जा रहे काम की प्रगति में बाधा नहीं डालेंगी।