ठाणे। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में बेघर बच्चों और उनके परिवारों के पुनर्वास के लिए “सहकारी आश्रय” स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, कानूनगो ने सड़क पर रहने वाले बच्चों और उनके परिवारों के स्थायी पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए ठोस प्रयासों की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। एनसीपीसीआर प्रमुख ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। कानूनगो ने 2016 से शुरू किए गए सहयोगात्मक प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए बच्चों और उनके परिवारों के लिए स्थायी पुनर्वास की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगमों और नगर पालिकाओं को वित्तीय क्षमता बढ़ाने और बेघर बच्चों के लिए स्कूल में नामांकन की सुविधा सहित सक्रिय कदम उठाने की जरूरत है। कानूनगो ने भोपाल में ऐसी ही एक सफल परियोजना का हवाला देते हुए एक प्रभावी समाधान के रूप में ‘सहकारी आश्रयों’ की स्थापना का प्रस्ताव रखा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से ऐसी परियोजना स्थलों का दौरा करने, उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन करने और उन्हें ठाणे जिले में लागू करने का आग्रह किया।