मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, एनसीपी नेता और मानखुर्द शिवाजी नगर से उम्मीदवार नवाब मलिक ने हाल ही में एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने धर्म आधारित राजनीति की आलोचना की और कहा कि ‘बंटोगे तो कटोगे’ जैसे बयान बेहद निंदनीय हैं। मलिक ने इस तरह की बयानबाजी को देश के लिए हानिकारक बताया और कहा कि इससे कोई लाभ नहीं हो सकता है। नवाब मलिक ने उदाहरण के तौर पर उत्तर प्रदेश का जिक्र किया, जहां अयोध्या में मंदिर निर्माण के बावजूद बीजेपी को चुनावों में हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर राजनीति लंबे समय तक नहीं चल सकती, और यह बीजेपी के लिए भी नुकसानदायक साबित हुआ। मलिक ने 1992 में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद हुए दंगों और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की हार का हवाला देते हुए कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करना एक स्थायी समाधान नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राजनीति देश के बुनियादी मुद्दों पर होनी चाहिए जैसे कि रोटी, कपड़ा और लोगों का विकास। धर्म के नाम पर राजनीति देश को बांटने का काम करती है, और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश के सभी नागरिक- हिंदू, मुस्लिम, सिख, और इसाई एकजुट रहें। उनका मानना है कि अगर सभी देशवासी एकजुट रहेंगे तो देश मजबूत और सुरक्षित रहेगा। नवाब मलिक ने यह भी कहा कि इस बार के चुनाव में अजीत पवार ‘किंग मेकर’ साबित हो सकते हैं, और यह सुझाव दिया कि बीजेपी को भी देश की राजनीति में धर्म से ऊपर उठकर लोगों की भलाई के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।